G20 की डिनर में शामिल होने के बाद पटना लौटे मुख्यमंत्री, दिल्ली में कहा- सब ठीक है
G20 के डिनर में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार रविवार की पटना लौट आए हैं। दिल्ली में शनिवार को G20 शिखर सम्मेलन के बाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से डिनर होस्ट किया गया था। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए थे। इस दौरान सीएम नीतीश और पीएम मोदी के बीच मुलाकात हुई।
डिनर के दौरान सीएम नीतीश ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी और अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से भी मुलाकात की। इसकी एक फोटो भी सामने आई है। इसमें झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन भी साथ दिख रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सभी से बात कर रहे हैं और सभी खुश नजर आ रहे हैं।
सीएम नीतीश की पीएम मोदी से मुलाकात पर बीजेपी नेता ऋतुराज ने प्रतिक्रिया दी है। वहीं, जदयू ने कहा कि सीएम नीतीश राष्ट्रपति के बुलावे पर गए थे। उसका राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।
पटना लौटे, लेकिन पत्रकारों से नहीं की बात
पटना लौटने के बाद सीएम नीतीश ने मीडिया से बात नहीं की। सिर्फ कार से हाथ हिलाते हुए उनका काफिला निकल गया। पटना पहुंचने से पहले दिल्ली एयरपोर्ट पर सीएम नीतीश ने कहा कि राष्ट्रपति के निमंत्रण पर दिल्ली आए थे। चार घंटों से ज्यादा वही रहे। इस दौरान सभी लोगों को देखा। वही गए और फिर लौट कर जा रहे हैं। वहीं, रात्रिभोज पर उन्होंने कहा कि सब ठीक है, अच्छा ही है।
डेढ़ साल बाद मिले मोदी-नीतीश
पीएम मोदी और सीएम नीतीश के बीच करीब डेढ़ साल बाद मुलाकात हुई है। इससे पहले 2022 में दोनों की मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात को लेकर कई सियासी कयासबाजी भी लगाई गई। हालांकि, जदयू ने अपने बयान में कहा कि राष्ट्रपति का बुलावा आया था। इसका कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए।
राजनीति है, परत दर परत खुलेगी- बीजेपी
बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव ऋतुराज सिन्हा ने सीएम नीतीश और पीएम मोदी की साथ वाली तस्वीर आने पर कहा कि यह बिल्कुल फॉर्मल प्रोसेस है। राष्ट्रपति की ओर से देश के सभी मुख्यमंत्रियों को न्योता दिया गया था। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी गए।
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और हेमंत सोरेन की हंसती खिलखिलाती तस्वीर सामने आई है। ये बहुत अच्छी बात है। कौन किसका ब्लड प्रेशर बढ़ाने के लिए गया है, यह तो पूरा देश जानता है। राजनीति का खेल है। परत दर परत खुलगा। आप भी देखिए और हम भी देखते हैं।
जब जागे, तभी सवेरा- नेता प्रतिपक्ष
एक दिन पहले बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने नसीहत देते हुए कहा था कि संवैधानिक कुर्सी पर बैठे लोगों का सम्मान करना चाहिए। अच्छी बात है कि वो इसमें शामिल हो रहें है। विजय सिन्हा ने कहा था कि राष्ट्र के सम्मान में हर किसी को जुड़ना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बार पीएम के कार्यक्रम मे शामिल नहीं हुए हैं. लेकिन जब जागे,तभी सवेरा। उनके इस बयान के बाद सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई थी
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने जाति पर सवाल उठाया है। ललन सिंह रविवार को जदयू सम्मान समारोह के भोज कार्यक्रम में पहुंचे थे। वहां उन्होंने अति पिछड़ों को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि आज जो बिहार में काम हुआ है। उसका अनुकरण देश के कई राज्य कर रहे हैं।
ललन सिंह ने कहा कि बिहार पहला राज्य है जहां 20% अति पिछड़े लोगों को पंचायती राज व्यवस्था में लाने का काम किया। उसका अनुकरण कई राज्यों ने किया। कई राज्यों में तो अति पिछड़ा वर्ग है ही नहीं।
जदयू अध्यक्ष ने कहा कि जो देश के प्रधानमंत्री हैं वह भी कई बार अति पिछड़ा बन जाते हैं। गुजरात में तो अति पिछड़ा वर्ग है ही नहीं। गुजरात में पिछड़ा वर्ग है। जिस समाज में, जिस जाति में, वह पैदा लिए उस समय वह पिछड़ा वर्ग नहीं था। जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री बने तो उस जाती को पिछड़ा वर्ग में शामिल किया।