सिविल सर्जन ने सारथी जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
सासाराम/ 08 सितंबर। जनसंख्या स्थितिकरण को लेकर सरकार लगातार कदम उठा रही है। समय समय पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर जनसंख्या नियंत्रण को लेकर अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत स्थाई परिवार नियोजन के साथ साथ अस्थाई परिवार नियोजन के साधनों की सुविधा को लेकर लोगों को जागरूक कर परिवार नियोजन अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसी के तहत एक बार फिर 4 सितंबर से मिशन परिवार विकास अभियान की शुरुआत की गई है। अभियान के तहत 11 सितंबर से 26 तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा की शुरुआत होने जा रहा है। इसके लिए शुक्रवार को सासाराम सदर अस्पताल से जागरूकता सारथी रथ रवाना किया। सिविल सर्जन डॉ के एन तिवारी ने हरी झंडी दिखाकर सारथी रथ को रवाना किया। सिविल सर्जन ने कहा कि जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर सरकार द्वारा लगातार अभियान चलाया जाता है। 4 सितंबर से पूरे राज्य में मिशन परिवार विकास अभियान चलाया जा रहा है। हम दो हमारे दो के साथ दो बच्चों के जन्म के बीच अंतर को लेकर समुदाय को जागरूक किया जा रहा है। इसी को लेकर आज सारथी रथ रवाना किया गया। जो ऑडियो के माध्यम से लोगों को जागरूक करेगा।
11 से 26 सितंबर तक चलेगा परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा
डीपीसी संजीव मधुकर ने बताया कि मिशन परिवार विकास अभियान के तहत आगामी 11 सितंबर से लेकर 26 सितंबर तक परिवार नियोजन सेवा मेला का आयोजन किया जाएगा जिसमे स्थाई परिवार नियोजन के लिए महिला बंध्याकरण एवं पुरुष नसबंदी कार्यक्रम चलाया जाएगा। इसके अलावा अस्थाई परिवार नियोजन के तहत पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी के लिए भी दंपतियों को प्रेरित किया जाएगा जिससे 2 बच्चो के जन्म के बीच अंतर रख सके और इसके महत्व को भी समझ सकें।
दंपति संपर्क पखवाड़ा के तहत लोगों को किया जा रहा है जागरूक
डीसीएम चंदा कुमारी ने बताया कि मिशन परिवार विकास अभियान की शुरुआत 4 सितंबर से दंपति संपर्क पखवाड़ा के साथ किया गया जो 10 सितंबर तक चलेगा। उन्होंने बताया कि दंपति संपर्क पखवाड़ा में आशा कर्मी के साथ-साथ आंगनबाड़ी सेविका अपने पोषण क्षेत्र के अंतर्गत दंपतियों को परिवार नियोजन के विभिन्न संसाधनों के बारे में जागरूक करते हुए महिला बंध्याकरण एवं पुरुष नसबंदी के लिए प्रेरित कर रही है। डीसीएम ने बताया कि 11 से 12 सितंबर को मेला का आयोजन करके लोगों को इस अभियान के बारे में जागरूक किया जाएगा। मौके पर एसीएमओ डॉ अशोक कुमार, अनुश्रवन एवं मूल्यांकन पदाधिकारी अमित कुमार, पीएसई इंडिया के शैलेंद्र तिवारी, डीपीएम अजय कुमार सिंह, के अलावा अन्य लोग मौजूद रहे।