“डिलिवरी कराने का नया ट्रेंड:श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में जन्म लिय 155 से अधिक बच्चा
पटना।श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन शहर के अस्पतालों में 155 से अधिक बच्चे ने जन्म लिया। अब एक नया ट्रेंड चलन में आ गया है। यदि प्रसव के समय के आसपास कोई पर्व-त्योहार हाे ताे तो दंपती चाहते हैं कि उसी दिन बच्चे का जन्म हाे। अगर श्रीकृष्ण जन्माष्टमी करीब हाे ताे क्या कहने। जिन महिलाओं को सिजेरियन ही कराना है, उनके लिए एक-दाे दिन आगे-पीछे करना मुश्किल नहीं हाेता है। डाॅक्टर से बात कर उसी दिन सिजेरियन कराने का डेट तय कर लेती हैं।
शहर के कई सरकारी और निजी अस्पतालाें के साथ ही नर्सिंग होम में गर्भवती महिलाएं डिलिवरी कराने के लिए भर्ती हो चुकी हैं। इनमें अधिकतर की नार्मल तो कुछ की सिजेरियन डिलिवरी कराई जाएगी। कुछ बड़े प्राइवेट अस्पतालों में ताे भीड़-सी स्थिति है।
क्या कहती हैं महिलाएं
नवादा की सोनाली कुमारी का पहला इश्यू है। दीपक का कहना है कि डिलिवरी का डेट जन्माष्टमी के बाद का मिला था। लेकिन जन्माष्टमी को देखते हुए हमलोगों ने निर्णय लिया कि उसी दिन डिलिवरी क्यों नहीं हाे?
नालंदा की खुशबू कुमारी को 5 सितंबर को भर्ती होने को कहा गया था। पता चला कि जन्माष्टमी बुधवार को है तो घर वालों से चर्चा की। निर्णय लिया गया कि क्यों न जन्माष्टमी के दिन ही डिलिवरी कराई जाए।
डाॅक्टर बाेलीं-ज्यादातर की नॉर्मल डिलिवरी होगी
एनएमसीएच की वरीय स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विनिता सिंह ने कहा कि जन्माष्टमी के दिन 15 से 20 डिलिवरी होगी। इनमें सात-आठ सिजेरियन हैं। पीएमसीएच की वरीय स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रेणु सिंह ने कहा कि जन्माष्टमी के दिन 20-25 डिलिवरी होगी। इनमें कुछ सिजेरियन भी हैं।
कुर्जी होली फेमिली की वरीय स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. मीना सामंत ने कहा कि जन्माष्टमी के दिन करीब 20 डिलिवरी कराई जाएगी। वहीं डॉ. सारिका राय ने कहा कि जन्माष्टमी के दिन 40 महिलाओं की नाॅर्मल डिलिवरी कराई जाएगी।