“पटना से बेतिया 4 लेन एनएच को केंद्र की सहमति, दशहरा बाद टेंडर,2023 में पीएमओ ने रोक लगा दी थी
पटना से बेतिया 195 किमी फोरलेन नेशनल हाईवे (एनएच-139 डब्ल्यू) निर्माण का अड़ंगा केंद्र ने हटा दिया है और उसे अपनी सहमति दे दी है। अब दशहरा तक इस 6 लेन पुल का टेंडर हो जाएगा। पटना (एम्स) के निकट एनएच-139 से प्रारंभ होकर अदलवाड़ी (सोनपुर), मानिकपुर-साहेबगंज-अरेराज को जोड़ते हुए बेतिया के निकट एनएच-727 तक जाने वाले इस पूरे नये राजमार्ग की अनुमानित कुल लागत 5663 करोड़ है।
इसी एनएच पर गंगा नदी में 2636 करोड़ की लागत से 6 लेन ब्रिज बनाया जाना है। उसके निर्माण के लिये बीते 31 जनवरी को टेंडर हुआ था और 18 मार्च को टेंडर खोला जाना था। पर पीएमओ ने बीच में ही केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय (एमओआरटीएच) से इकोनोमिक और लोकेशनल एनेलेसिस मांग कर टेंडर खोलने पर रोक लगा दी थी। एमओआरटीएच ने पीएमओ को जवाब भेजा था। पीएमओ से मामला क्लियर होने के बाद अब सीसीईए से औपचारिक सहमति लेकर एमओआरटीएच दशहरा तक फिर से टेंडर करेगा।
28 मार्च को पीएमओ ने पूछा था- इसके निर्माण की क्या है अहमियत
5663 करोड़ की लागत से बनेगा हाइवे और ब्रिज प्रोजेक्ट 1260 दिन में ब्रिज बनायेगी आईडब्लूएआई एजेंसी
पीएमओ ने एमओआरटीएच के सचिव से पूछा था कि इस 6 लेन ब्रिज के निर्माण की क्या अहमियत है। एमओआरटीएच ने पटना-बेतिया एनएच- 139 डब्ल्यू को नोटिफाई करने के बाद क्या काम किया है। वर्तमान दीघा सेतु जिसे रेलवे ने बनाया है उसका फ्यूचर प्लान क्या है? इस पूरे एनएच का इकोनोमिक और लोकेशनल एनेलेसिस क्या है? पूरे रोड नेटवर्क का नक्शा भी उपलब्ध कराने की मांग की गई थी।
एमओआरटीएच सूत्रों के मुताबिक पटना-बेतिया इस नये एनएच की उपयोगिता से पीएमओ को अवगत कराया गया कि यह हाइवे पटना समेत दक्षिण बिहार और बनारस की तरफ से उत्तर-पश्चिम बिहार के लिये सबसे आसान और कम समय में पहुंचाने वाला हाइवे होगा।
यहीं नहीं 6 लेन दीघा ब्रिज बनने से पटना शहर में दोनों तरफ 8-8 लेन वाला महासेतु उपलब्ध हो जाएगा। पटना के पूर्वी भाग में वर्तमान 4 लेन सेतु के अतिरिक्त नया 4 लेन सेतु बन रहा है। इस 6 लेन ब्रिज के बनने से पटना शहर में आना-जाना आसान तो होगा ही, भविष्य के ग्रेटर पटना के लिये बहुत ही उपयोगी होगा।