समस्तीपुर मंडल के कपरपुरा-वाल्मीकिनगर रेलखंड पर दोहरीकरण की योजना पर 1269 करोड़ खर्च होंगे
समस्तीपुर मंडल के कपरपुरा-वाल्मीकिनगर रेलखंड के दोहरीकरण की योजना को स्वीकृति मिल गई। इसके तहत वाल्मीकिनगर स्टेशन से गोरखपुर कैंट रेलवे स्टेशन तक दोहरीकरण का कार्य किया जाएगा। इससे करीब 107 किमी में 1296 करोड़ रुपए की लागत आएगी। इस रेलखंड पर 6.67 किमी समस्तीपुर मंडल के पश्चिम चंपारण जिले में आएगा। जबकि शेष हिस्सा 89.264 किलोमीटर उत्तर प्रदेश में आएगा। इसको लेकर बुधवार को डीआरएम ऑफिस में प्रेस वार्ता करते हुए एडीआरएम आलोक कुमार झा ने बताया कि इस रेल खंड मे गंडक नदी पर एक बड़ा पुल भी है।
जिसकी लंबाई 854 मीटर है। इस कार्य के पूर्ण होने के उपरांत पूर्वोत्तर राज्यों को उत्तर भारत के राज्यों से कनेक्टिविटी आसान हो जाएगा साथ ही नेपाल के लोगों को भी फायदा होगा। उन्होंने बताया कि मुजफ्फरपुर- वाल्मीकिन गर रेलखंड पर पर दोहरीकरण का कार्य प्रगति पर है। इसमें 86.15 किलोमीटर कार्य पूर्ण हो चुका तथा 121.85 किलोमीटर पर दोहरीकरण का कार्य प्रगति पर है। मुजफ्फरपुर से गोरखपुर कैंट तक सम्पूर्ण रेलखंड के दोहरीकरण हो जाने पर इस रेलखंड पर गाड़ियों के परिचालन समय में कमी आएगी तथा यात्रियों के कीमती समय की बचत होगी।
इस परियोजना के पूर्ण होने बाद में पूर्वी और पूर्वोत्तर क्षेत्र से इलाके की कनेक्टिविटी आसान होगी। इससे उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्र के लिए खाद्यान्न, उर्वरक, सीमेंट, कोयला, लौह और पत्थर के चिप्स की ढुलाई आसान होगी। साथ ही उत्तर बिहार के जूट और चीनी उद्योग व मक्का और उसके उत्पादों को लाभ होगा। नौतनवा, रक्सौल/ वीरगंज और जोगबनी की नेपाल कनेक्टिविटी बेहतर हो जाएगी। बताया गया कि इस रेलखंड पर दोहरीकरण कार्य होने से असम, त्रिपुरा, उत्तरी बिहार और पूर्वी यूपी को चलने वाली ट्रेनों और नेपाल से आने-जाने वाले यात्रियों को 2 से 3 घंटे समय की बचत होगी। प्रेस वार्ता करते एडीआरएम व मौजूद एसआरडीसीएम व अन्य ।