समस्तीपुर;घटहो व सरायरंजन में सीएसपी संचालक से लूट का खुलासा,3 बदमाश धराए
समस्तीपुर।जिले के घटहो ओपी एवं सरायरंजन थाना क्षेत्र अंतर्गत हुए सीएसपी संचालक से लूट मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर दिया। सोमवार को एसपी कार्यालय में आयोजित पुलिस भारती को संबोधित करते हुए एसपी विनय तिवारी ने बताया कि एसआईटी ने तीन अपराधियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से घटना में प्रयुक्त दो देसी कट्टा, पांच जिंदा कारतूस, घटना में प्रयुक्त तीन मोबाइल एवं दो बाइक तथा 3700 रुपए नकद बरामद किया गया है। गिरफ्तार अपराधियों की पहचान वैशाली जिले के जंदाहा थाना क्षेत्र के डीह बुचौली निवासी वार्ड नंबर एक निवासी अशोक सहनी के पुत्र राकेश सहनी, डीह बुचौली वार्ड नंबर 15 निवासी देवेंद्र राम के पुत्र संतोष कुमार एवं जंदाहा थाना क्षेत्र के पीरापुर वार्ड नंबर 6 निवासी रामपुलिस सहनी के पुत्र अजय सहनी के रूप में हुई है।
लूट मामलों के सफल उद्भेदन व इसमें संलिप्त अपराधियों के गिरफ्तारी को लेकर एसपी के निर्देश पर पटोरी डीएसपी एवं दलसिंहसराय डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। एसआईटी ने घटहो ओपी के तेलियां मोड़ के पास से तीन अपराधियों को लूट की योजना बनाते हुए गिरफ्तार किया। पुलिस द्वारा की गई से पूछताछ में अपराधियों ने दोनों कांडों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है। उन्होंने बताया कि ऐशो-आराम की जिंदगी जीने को लेकर उन लोगों ने लूट का रास्ता अख्तियार किया था। लूटे गए रुपयों से उन लोगों ने बाइक की किश्ती, पूर्व का कर्ज और घर बनाने में खर्च कर दिया। लूट की घटना से पहले अपराधी राकेश सहनी और अजय सहनी की मदद से रेकी करते थे। घटना के बाद बाबा केवलस्थान, जोरपुरा, चांद सराय होते हुए बरैला चौर के रास्ते वैशाली जिला के सीमा में प्रवेश कर जाते थे।
लूट की गलत रकम बताने वाले सीएसपी संचालकों के विरुद्ध पुलिस करेगी कार्रवाई : एसपी एसपी के अनुसार रोसड़ा में सीएसपी संचालक से लूट की घटना नहीं हुई थी। पुलिस के अभी तक के जांच में यह बात सामने आयी है कि सीएसपी संचालक के द्वारा फर्जी लूट की प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस पुख्ता सबूत की तहकीकात में जुटी हुई है।
आवश्यक एविडेंस मिलने के बाद कार्रवाई किए जाने के बाद एसपी ने कही है। वहीं एसपी विनय तिवारी ने बताया कि घटहो ओपी क्षेत्र अंतर्गत हुए सीएसपी संचालक से लूट मामले में सीएसपी संचालक ने पुलिस को दिग्भ्रमित करने के लिए लूट की रकम तीन लाख रुपए बतायी गयी थी, जो पूरी तरह से गलत है। लूट की घटना हुई थी और लूट केवल 51 हजार रुपए की हुई थी। उन्होंने कहा कि आगे से लूट की गलत रकम बताने वाले एसपी संचालकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। क्योंकि इससे अनुसंधान प्रभावित होता है।