सबसे कम टाइम में रिस्पांस करने के लिए बेगूसराय के डायल 112 को सूबे में मिला पहला स्थान
बेगूसराय डायल 112 को सूबे में पहला स्थान मिला है। सूबे में सबसे कम टाइम में रिस्पांस करने के लिए बेगूसराय पुलिस को पहला स्थान मिला है। पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने बताया कि जुलाई माह में औसतन 9 मिनट 15 सेकंड में डायल 112 की टीम किसी भी कॉल के शिकायत पर घटनास्थल पर पहुंची है। रिस्पांस टाइम में बेगूसराय डायल 112 की पुलिस सूबे में पहला स्थान प्राप्त कर रिकार्ड बनाया है। बेगूसराय डायल 112 को जुलाई में 2077 कॉल आया।
बेगूसराय पुलिस के सभी थाना और ओपी में डायल 112 पुलिस वाहन हर वक्त किसी भी हालत से निपटने और पीड़ितों को हर वक्त मदद करने के लिए तैयार रहती है। आपराधिक वारदात से लेकर हादसे के शिकार लोगों को भी डायल 112 पर कॉल करने के बाद सहायता के लिए पुलिस वाहन पहुंच जाती है। डायल 112 की सुविधा मिलने से जिलेवासियों में हर्ष व्याप्त है।
लोग इसका भरपूर लाभ ले रहे हैं। एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि डायल 112 पर तैनात अफसर अपने-अपने इलाके में हर वक्त भ्रमणशील रहते हैं और किसी प्रकार की सूचना आने पर फौरन सहायता के लिए मौके-ए वारदात पर पहुंच जाते हैं। डायल 112 ने सड़क हादसे में जख्मी कई मरीजों को अस्पताल पहुंचा कर मरीजों की सहायता की है। जिससे कई मरीजों की जान भी बची है।
डायल 112 की सक्रियता से आपराधिक वारदातों में भी कमी दर्ज की गई है। एसपी योगेंद्र कुमार ने बताया कि उनका प्रयास है कि डायल 112 का औसत रिस्पांस टाइम 5 मिनट हो जाए। इसके लिए वे डायल 112 की कार्यशैली की खुद निगरानी कर रहे हैं। जिले वासी चोरी, छिनतई, लूट, डकैती समेत कई संगीन वारदातों की सुचना डायल 112 पर देते हैं। जिस पर डायल 112 की टीम फौरन रिएक्शन करती है। इससे अपराधियों में खौफ है।
एम्बुलेंस न मिलने पर भी डायल हो रहा है 112 मंझौल ओपी में डायल 112 में काम कर रही खुशबू कुमारी, रानी व अंजना ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को अगर एंबुलेंस की जरूरत है और समय पर नहीं मिल पा रही है, तो भी डायल 112 की टीम इनकी मदद करती है। 112 के चालक अंजनी कुमार ने बताया कि पारिवारिक कलह, महिला उत्पीड़न, सड़क हादसे या फिर शराब से जुड़े मामलों की भी शिकायत दर्ज कराई जा रही है। आपको बता दें कि बेगूसराय जिले में सबसे ज्यादा मामले मंझौल अनुमंडल में संचालित डायल 112 को मिल रहे हैं। अधिकारी पूजा ने बताया कि इस सेवा के शुरू होने से जिले में सबसे ज्यादा मदद महिलाओं को मिल रही है।