Jyoti Maurya को भी पीछे छोड़ा,बिहार की ज्योति को पति ने नौकरी के लिए दिया 20 लाख,दरोगा बनते ही साथ छोड़ा
Jyoti Maurya Case;मुजफ्फरपुर की ज्योति (34) की कहानी यूपी की ज्योति मौर्या से भी आगे है। पति प्रिय रंजन (34) की माने तो दोनों ने लव मैरिज की थी। सबकुछ ठीक चल रहा था। ज्योति को पढ़ने की, कुछ बनने की इच्छा थी। प्रिय रंजन का दावा है कि उसने पत्नी को पढ़ाया-लिखाया।
ज्योति ने दरोगा का फॉर्म भरा और सेटिंग के लिए 10 लाख रुपए मांगे। प्रिय रंजन का कहना है कि ज्योति ने सोमेश्वर झा, जो उसकी कोचिंग में ही पढ़ता था, उसके 10 लाख भी मुझसे लिए। मैंने जमीन बेचकर और दोस्तों से कर्ज लेकर 20 लाख रुपए दिए। अब दोनों एसआई हैं और ज्योति मेरे साथ रहना नहीं चाहती। मुझे जान से मारने और झूठे केस में फंसा देने की धमकी दे रही है। मामला जिले के सदर थाना क्षेत्र का है। कड़ी-दर-कड़ी जानिए पूरी कहानी
मुजफ्फरपुर जिले के मुशहरी प्रखंड के निवासी प्रिय रंजन और ज्योति की दोस्ती साल 2005 में हुई। धीरे-धीरे दोस्ती प्यार में तब्दील हुई। 2009 में दोनों ने भागकर दिल्ली में लव मैरिज कर ली। उसके बाद प्रिय रंजन ने दिल्ली में ही रियल स्टेट का काम शुरू कर दिया। ज्योति ने एक साल तक दिल्ली के बैंक में नौकरी की।
BPSC की तैयारी की इच्छा जताई तो पति ने कोचिंग शुरू करवाई
साल 2012 में ज्योति को BPSC की तैयारी करने का मन हुआ। उसने जब अपने पति प्रिय रंजन से बात की, तो वो राजी हो गया। उसके बाद ज्योति ने गुड़गांव में एक कोचिंग में तैयारी शुरू कर दी। 9 दिसंबर 2013 को दोनों को एक बेटा हुआ, जिसका नाम रेयांश है।
वहीं, 2016 में नोटबंदी के बाद प्रिय रंजन का काम धीमा पड़ गया, जिसके बाद दोनों मुजफ्फरपुर वापस आ गए। ज्योति मुजफ्फरपुर में भी BPSC की कोचिंग करती रही।
कोचिंग के दौरान प्रेमी से हुआ संपर्क
पति प्रिय रंजन के मुताबिक, मुजफ्फरपुर लौटने के बाद कोचिंग में उसकी दोस्ती सोमेश्वर नाथ झा से हुई। धीरे धीरे दोनों की दोस्ती बढ़ती गई और दोस्ती प्यार में बदल गई। इसी बीच 2019 में दोनों की नौकरी बिहार पुलिस में बतौर दरोगा के पद पर लग गई, जिसके बाद ज्योति साथ रहने से इनकार करने लगी।
2019 में हुआ था चयन
2019 में उसका चयन बिहार पुलिस में हो गया। नौकरी लगने के बाद 2020 से वह अपने पति के साथ रहने से इनकार कर दिया। ज्योति को मनाने का काफी प्रयास किया, लेकिन पत्नी नहीं मानी। साथ ही अब वह पति को जान से मारने की धमकी भी दे रही है, जिसको लेकर पति ने एसडीपीओ पूर्वी से लिखित शिकायत भी की है।
ज्योति के 10 साल के बेटे ने बताया कि जब पापा घर पर नहीं थे, तब मम्मी हमको लेकर सोमेश्वर सर के घर जाती थी। वहां कई दिनों तक रहती थी। हमको दूसरे कमरे में सुला देती थी। मम्मी और सोमेश्वर सर दूसरे कमरे में सोते थे।
पति ने पत्नी को प्रेमी के साथ पकड़ा था
2019 बैच में बिहार पुलिस में नौकरी लगने के बाद ज्योति ट्रेनिंग पर चली गई। प्रिय रंजन को लगा कि ज्योति ट्रेनिंग पर है। इसी बीच वो ज्योति को उसके प्रेमी सोमेश्वर नाथ झा के साथ बाइक पर घूमते हुए देख लिया, जिसके बाद दोनों के बीच खूब लड़ाई हुई थी।
10 सितंबर 2022 की सुबह प्रिय रंजन ने ज्योति को प्रेमी के साथ बाइक पर घूमते हुए देखा, उसके बाद उसने सीसीटीवी से उसकी फोटो निकलवाई। फोटो के आधार पर सबसे पूछताछ करते हुए सोमेश्वर का घर पता कर लिया और उसके घर पहुंच गया। जहां सोमेश्वर, ज्योति और उसके पति के बीच काफी नोकझोंक हुई थी।
ज्योति जान से मारने की दे रही धमकी
ज्योति फिलहाल कटिहार में पोस्टेड है। अब वो अपने पति के साथ रहने से इनकार कर रही है। इसके बाद प्रिय रंजन ने ज्योति और अपने ससुराल वालों को फोन कर साथ रहने के लिए बोलने लगा। जिससे नाराज ज्योति उसे जान से मारने और जेल भेजने की धमकी देने लगी। इसके साथ ही बेटे का अपहरण कर प्रिय रंजन को झूठे केस में फंसाने की भी धमकी देने लगी। इस संबंध में प्रिय रंजन ने 10 मई 2023 को एसडीपीओ पूर्वी को आवेदन देकर इंसाफ की गुहार लगाई है।
10 लाख में सेंटर मैनेज करने का भी लगाया आरोप
प्रिय रंजन ने बताया कि जब दरोगा का एग्जाम होने वाला था, उस समय ज्योति ने कहा कि सेंटर मैनेज करने में 10 लाख रुपए लग रहे हैं। आप दे दीजिए। साथ ही कहा कि सोमेश्वर के पिता के पास पैसे नहीं है। आप दे दीजिए, वो बाद में लौटा देगा। जिसके बाद प्रिय रंजन ने जमीन बेच कर और दोस्तों से कर्ज लेकर 20 लाख रुपए ज्योति को दिए थे। प्रिय रंजन जब भी सोमेश्वर को दिए 10 लाख रुपया ज्योति से वापस मांगता था, तब ज्योति उससे लड़ाई करने लगती थी।
महिला दरोगा का आरोप- शराब पीकर मारपीट करता था पति
महिला दरोगा ने अपने ऊपर लगे सारे आरोप को बेबुनियाद बताया। महिला दरोगा का कहना है कि पूर्व में पति अक्सर शराब पीकर मारपीट करता था। उसका कैरेक्टर अच्छा नहीं है, इसलिए दोनों अलग हुए हैं। उसकी पढ़ाई-लिखाई के लिए उसकी तीन बहनें पैसे देती थीं। महिला दरोगा ने बताया कि वह दो दिनों की छुट्टी पर घर आई हुई थी। बेटे से मिलना चाह रही थी, लेकिन पति और ससुराल वाले मिलने नहीं दे रहे थे। इसके बाद पुलिस की मदद ली गई।