दरभंगा में नहरों के जरिए पहुंचा सिंचाई का पानी, ट्रायल के बाद छोड़ा जाएगा पानी
दरभंगा के मनीगाछी प्रखंड आज जल संसाधन मंत्री संजय झा पहुंचे। जहां, उन्होंने आज दरभंगा जिले के मनीगाछी प्रखंड अंतर्गत नेहरा ग्राम में आयोजित कार्यक्रम में श्रीरामपुर वितरणी का लोकार्पण किया और लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लगभग 6 दशकों से सिंचाई का पानी इस इलाके में नहीं था. जिसको पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के तहत हमने कर दिखाया है। अब यहां के किसानों को सिंचाई में किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा और जल संसाधन विभाग ऐसे ही और बाकी परियोजनाओं को भी धरातल पर ला रहा है। जिससे लोगों को काफी सुविधा मिलेगी।
इन गांवों को मिलेगा लाभ
जानकारी हो की श्रीरामपुर वितरणी पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के अंतर्गत सकरी शाखा नहर के अंतिम छोर (Tail end) वि०दू0 145.44 से निकलती है। इसकी कुल लंबाई 26.5 RD (8 किलोमीटर) तथा इसका कमांड एरिया करीब 2600 हेक्टेयर है। नहर का डिजाइन डिस्चार्ज 67.94 क्यूसेक है। इससे दरभंगा जिले के मनीगाछी और बेनीपुर प्रखंड अंतर्गत नेहरा, घुंसी, रामनगर, हरपुर, हावीभौआर, लक्ष्मणपुर, पैक्टोल, बैगनी, धरौड़ा इत्यादि गांवों के किसान को लाभ मिलेगा।
सिंचाई परियोजना की शुरुआत करते मंत्री।
इस अवसर पर मंत्री ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अतिमहत्वाकांक्षी पश्चिमी कोसी नहर परियोजना के तहत दरभंगा और मधुबनी जिले में नहरी सिंचाई सुविधा के विस्तार के लिए जल संसाधन विभाग काम कर रहा है। समूची कोशी पश्चिमी नहर प्रणाली में धीरे-धीरे सुधार करते हुए इसे और विकसित किया जाएगा, तत्काल इस वर्ष नहर प्रणाली की ट्रायल करते हुए एक निर्धारित मात्रा में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जा रहा है।
ट्रायल के बाद सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाएगा
उन्होंने कहा कि ट्रायल पूरी हो जाने के उपरांत अगले वर्ष से पूरी क्षमता से पर्याप्त मात्रा में सिंचाई के लिए पानी छोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि अभियंता प्रमुख ने बताया है कि एक तटबंध पर सड़क का निर्माण कराया जाएगा, इस तरह इस क्षेत्र को एक वैकल्पिक मार्ग भी मिल जाएगा। यहां के लोग सकरी से आगे सीधे एनएच पर निकलेंगे, वाहनों का परिचालन बढ़ेगा, लोगों का आवागमन बढ़ेगा, रोजगार का अवसर बढ़ेगा। यह नहर खुटौना में प्रवेश करती है, जो मधुबनी और सकरी होते हुए धरौड़ा तक जाती है।
जल संसाधन विभाग की यह सिंचाई की पहली योजना है, इस योजना से इस क्षेत्र के किसानों को एवं आम जनों को काफी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि जल संसाधन विभाग ने इस क्षेत्र में बाढ़ को नियंत्रित रखने के लिए कमला नदी के तटबंध में काफी कार्य कराया है