डाकबम जा रहे बड़े भाई को छोड़ने आये तीन दोस्तों की बांका में ट्रेन से कटकर मौत
डाकबम ।बांका में सोमवार की सुबह ट्रेन से कटकर तीन दोस्तों की मौत हो गई। सभी की उम्र 14 से 15 साल थी। तीनों में से एक माणिक (14) का बड़ा भाई नवीन (24) सोमवार को देवघर में जल चढ़ाने के लिए डाक बम गया।
उसकी सेवा के लिए तीनों कुछ दूर तक उसके साथ घर से सुबह चार बजे के आसपास निकले थे। सुबह करीब छह बजे माणिक की अपनी मां से फोन पर बात हुई, जिसके बाद उनका नंबर ऑफ आने लगा।
सुबह साढ़े 6 बजे के करीब कटोरिया रेलखंड पर ये हादसा हुआ।तीनों किशोर की पहचान कटोरिया प्रखंड के उदयपुर गांव निवासी माणिक लाल मुर्मू (14), सीताराम मुर्मू (14) और अरविंद मुर्मू (14) के रूप में हुई है।
ट्रैक पर ही सो गए थे तीनों
माणिक की मां रीना ने बताया कि दूसरी सोमवारी को जल चढ़ाने के लिए बड़ा भाई डाक बम गया था। कुछ दूरी तक छोड़ने के लिए तीनों गए थे। उसे छोड़कर घर लौटने के दौरान में सुबह रेलवे ट्रैक पर सो गए। तीनों दोस्तों को लगा था कि ट्रेन रविवार की सुबह 10 बजे आएगी। सभी गहरी नींद में सोए थे।
इसी दौरान 6 बजकर 30 मिनट पर अगरतला एक्सप्रेस उस रेलखंड से गुजरी और तीनों को काटते हुए आगे निकल गई। थोड़ी दूर जाकर ब्रेक लगने के बाद ट्रेन रुकी। मौके पर अफरा-तफरी का माहौल था। करीब आधे घंटे तक ट्रेन रेलवे ट्रैक पर रुकी रही थी।हादसे में तीनों के शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो चुके थे। मामले की सूचना पुलिस को दी गई। शवों की पहचान के लिए पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ करने लगी।
इस बीच कुछ स्थानीय लोगों ने उदयपुर गांव में कॉल करके सूचना दी। करीब आठ बजे के आसपास माणिक की मां ट्रैक पर पहुंची तो चीख-पुकार मच गई।मौके पर पहुंची रेल पुलिस ने तीनों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
तीनों अचानक से ट्रेन के सामने आ गए- पायलट
अगरतला एक्सप्रेस के लोको पायलट का कहना रहा कि तीनों अचानक ट्रेन के सामने आ गए। गाड़ी की स्पीड बहुत थी। रुक नहीं पाई, जिसके कारण तीनों की कटकर मौत हो गई।रेलवे पुलिस और स्थानीय थानाध्यक्ष महेश्वरा ने बताया कि ट्रेन से कटकर तीन लोगों की मौत हुई है। रेलवे आरपीएफ मामले की जांच में जुटे है।