जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा- सारथी रथ से लोगों को किया जा रहा जागरूक -डीसीएम
बेतिया , 14 जुलाई। जिले में जनसंख्या स्थिरता पख़वाड़ा कार्यक्रम को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए सारथी रथ जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा रवाना किया गया है। यह जिले के सभी 18 पीएचसी में 11 से 31 जुलाई तक परिवार कल्याण पखवाड़ा के लिए प्रचार प्रसार करेगा। इस सम्बन्ध में डीसीएम राजेश कुमार ने बताया कि आशा और आशा फैसिलिटेटर्स के मध्यम से भी लाभार्थियों को महिला बंध्याकरण, पुरुष नसबंदी हेतु जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सभी पीएचसी को 75 महिला बंध्याकरण व 5 पुरुष नसबंदी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बढ़ती जनसंख्या पर नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सारथी रथ व माइकिंग के द्वारा जागरूकता फैलाई जा रही है।
परिवार नियोजन के बारे में महिलाओं को जागरूक करना है जरूरी : सीएस
सिविल सर्जन डॉ श्रीकांत दुबे ने बताया कि परिवार नियोजन के विषय में महिलाओं को जागरूक करना आवश्यक है। इसके लिए आशा, एएनएम ,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता द्वारा परिवार नियोजन के बारे में खुलकर बात करना जरूरी है कि, परिवार नियोजन का क्या अर्थ है। यह उनको तय करना कि आपके कितने बच्चे हों, और कब हों ।अगर आप बच्चे पैदा करने के लिए थोड़ी प्रतीक्षा करना चाहते हैं तो अनेक उपलब्ध साधनों में से कोई एक साधन चुन सकते । इन्हीं साधनों को परिवार नियोजन के साधन, बच्चों के जन्म के बीच अंतर रखने के साधन या गर्भ निरोधक साधन को परिवार नियोजन कहते हैं। उन्होंने बताया कि गर्भधारण, प्रसव, तथा असुरक्षित गर्भपात की समस्याओं के कारण महिलाए मृत्यु की शिकार हो जाती हैं। इनमें अनेक मौतों को परिवार नियोजन के द्वारा रोका जा सकता है।
बंध्याकरण कराने पर दी जाती है प्रोत्साहन की राशि:
डीसीएम राजेश कुमार ने बताया कि सरकारी अस्पताल में निः शुल्क सुरक्षित प्रसव कराया जाता है। साथ ही आर्थिक सहायता भी दी जाती है। जिसका लाभ सभी को उठाना चाहिए। नसबंदी के लिए पुरुष लाभार्थी को 3000 रुपए एवं प्रेरक को प्रति लाभार्थी 300 रुपए प्रोत्साहन के तौर पर दिए जाने का प्रावधान है। महिला बांध्याकरण के लिए लाभार्थी को 2000 रुपए एवं प्रेरक को प्रति लाभार्थी 300 रुपए। सरकार की ओर से मिलने वाली प्रोत्साहन की राशि उनके खाते में भेजी जाती है ।
इस अवसर पर डीसीएम राजेश कुमार, जिला लेखा प्रबंधक रणवीर कुमार, डॉ आलोक कुमार, डीपीसी अमित कुमार, पीएसआईके प्रताप सिंह आदि उपस्थित थे।