Samastipur;सरकारी स्कूल के बच्चों को पढ़ाया जा रहा उल्टा तिरंगा का पाठ,हरा रंगा ऊपर व केसरिया नीचे
Samastipur.किसी भी राष्ट्र का अपना ध्वज उस राष्ट्र की स्वतंत्रता का प्रतीक होता है। इसलिए राष्ट्रध्वज के सामने देश का हर नागरिक सिर झुकाता है। इसको लेकर भारत में भी राष्ट्रीय ध्वज की मर्यादा को बनाए रखने के लिए इसके रंग व चक्र सहित स्वरूप को लेकर कानून बनाया गया है।
जबकि, बिहार राज्य पाठ्य-पुस्तक प्रकाशन निगम लिमिटेड की ओर से प्रबंध निदेशक आईएएस मनोज कुमार की देखरेख में छपी पुस्तक से बच्चों को तिरंगा का उल्टा पाठ पढ़ाने में गुरुजी जुटे हैं। राज्य सरकार की ओर से सरकारी विद्यालयों में बच्चों को मुफ्त में बांटी गई किताब की 1336099 प्रतियां छापी गई हैं।
इसमें वर्ग सातवीं की संस्कृत पुस्तक अमृता के चौथे अध्याय में तिरंगा को उल्टा दिखाया गया है। जिसमें हरा रंगा ऊपर व केसरिया नीचे है। स्वतंत्रता दिवस नाम के इस अध्याय में बच्चों को आजादी के बारे में बताया गया है। जबकि राज्य सरकार ने इसी अध्याय में तिरंगे की गलत तस्वीर छापी है।
राज्यभर में बच्चों के बांटी गई अमृता की 13,36,099 पुस्तकें
प्रकाशित पुस्तक के अनुसार वर्ष 2023-24 में वर्ग सात के लिए संस्कृत विषय की अमृता पुस्तक की 13,36,099 पुस्तकें राज्यभर में बच्चों के बीच मुफ्त बांटी गई है। जबकि वर्ष 2021-22 में 3,73,213 व 2022-23 में इसकी 6,14,321 पुस्तकें छापकर बांटी गई थी।
रोसड़ा में पढ़ाने के दौरान शिक्षक को दिखी गलती
रोसड़ा के शिक्षक कुमार रजनीश ने बताया कि वे पुस्तक अमृता द्वितीय भाग पढ़ाने गए तो इस क्रम में उन्होंने पेज 26 पर पाठ चार में स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा को उल्टा छपा देखा। इससे बच्चों में गलत संदेश जाएगा।
पुस्तक को दो दिनों में सभी जगहों से वापस लिया जाएगा
सातवीं की पुस्तक में तिरंगा का उल्टा छपना तकनीकी गड़बड़ी है। सिस्टम में रंग के गलत तरीके से आ जाने से तस्वीर के दूसरे भागों का भी रंग बदला है। पुस्तक को दो दिनों में सभी जगह से वापस लिया जाएगा। इसे ठीक कराकर भेजा जाएगा। -बैधनाथ यादव, सचिव, शिक्षा विभाग।