टीबी मुक्त अभियान में सभी विभाग समन्वय स्थापित कर चौपाल का आयोजन करें: बीडीओ
बक्सर, 12 जुलाई | जिले में टीबी मुक्त पंचायत अभियान जोरों पर है। जिला से लेकर प्रखंड स्तर तक योजना के तहत तैयारियां शुरू हैं। इस क्रम में सिमरी प्रखंड विकास पदाधिकारी शशिकांत शर्मा ने टीबी मुक्त पंचायत अभियान की समीक्षा की। साथ ही, विभागीय स्तर पर कार्यों की जानकारी ली। प्रखंड विकास पदाधिकारी ने कहा कि टीबी मुक्त पंचायत पहल का मुख्य उद्देश्य ग्राम पंचायतों के सहयोग से टीबी उन्मूलन की दिशा में कार्य करना है। जिसके तहत पंचायती राज संस्थाओं का सशक्तीकरण हो। ताकि टीबी जैसी बीमारी की समस्याओं को बेहतर ढंग से समझ कर आंकलन किया जा सके। अभियान के लिए चयनित पंचायतों में टीबी उन्मूलन में सार्थक पहल किया जाए।
इसके लिए ग्राम पंचायतों के साथ आयोजित बैठकों में जिला के संचारी रोग पदाधिकारी (टीबी) एवं जिला पंचायती राज्य पदाधिकारी अथवा उनके प्रतिनिधि द्वारा कार्यक्रम की रूप रेखा, गतिविधियां एवं स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास, शिक्षा एवं गैर सरकारी सहयोगी संगठनों, टीबी चैम्पियन, निक्षय मित्र सहित सामाजिक कार्यकर्ताओं के बीच परस्पर समन्वयन स्थापित कर संवाद एवं साझा दायित्वों को लेकर विस्तृत रूप से चर्चा कर जानकारी दी जाएगी।
अभियान को सफल बनाने में सभी का सहयोग जरूरी :
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रेमचंद प्रसाद ने बैठक में बताया कि राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर चयनित पंचायतों में प्रति एक हजार जनसंख्या पर 50 संभावित मरीजों की खोज की जानी है। सर्वे में टीबी के मरीजों की पुष्टि होने पर उक्त पंचायत में हर साल टीबी के नए रोगियों की खोज के लिए सर्वे किया। वहीं, प्रति एक हजार की आबादी पर दो अथवा इससे कम मरीज मिलने पर उक्त पंचायत को टीबी मुक्त घोषित किया जाएगा।
इस पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने प्रखंड स्तर से लेकर वार्ड स्तर तक अभियान चलाने का निर्देश दिया। कहा कि इस अभियान को सफल बनाने में सभी का सहयोग जरूरी है। इसके लिए सभी विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर वार्डों व गांवों में चौपाल लगाया जाए। जिसमें ग्रामीणों को टीबी के लक्षणों की पहचान, जांच, इलाज और बचाव की जानकारी दी जाए। इससे अधिक से अधिक लोगों को जागरूक और प्रेरित करते हुए टीबी की जांच कराने में सहूलियत मिलेगी।
अभियान के लिए चयनित पंचायतों पर विशेष फोकस करें :
प्रखंड विकास पदाधिकारी ने टीबी मुक्त पंचायत अभियान के लिए चयनित बलिहार और सिमरी पंचायतों पर विशेष फोकस करने का निर्देश दिया। कहा कि टीबी मुक्त पंचायत के लिए वार्ड स्तर पर कार्य करना बेहद जरूरी है। इसके लिए आईसीडीएस विभाग के अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केंद्र और आयुष्मान भारत अंतर्गत संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स स्तर पर संयुक्त अभियान चलाकर लोगों को टीबी की जानकारी दें और टीबी के लक्षण वाले मरीजों की खोज करें। एसटीएलएस बबलू कुमार ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को बताया कि प्रखंड के सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स पर टीबी के लक्षण वाले मरीजों का स्पूटम कलेक्शन की सुविधा है। जिससे नए मरीजों की खोज में मदद मिल रही है।
बैठक में सीडीपीओ सुष्मिता सृजा, बीएचएम संजीव रंजन, बीसीएम विनोद सिंह, एसटीएस पिंकी कुमारी समेत एलएस व आशा फैसिलिटेटर मौजद रही।