दलसिंहसराय में 60 विद्युत चालित चाक और 25 लेदर टूलकिट्स का वितरण,1541 लाभार्थियों को 50 करोड़ ऑनलाईन वितरण
दलसिंहसराय।शहर के काली चौक स्थित एक निजी होटल में मंगलवार को केवीआईसी की ग्रामोद्योग विकास योजना के तहत टूलकिट का वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया.जिसमे मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय,विशिष्ट अतिथि वखादी और ग्रामोद्योग आयोग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय के अध्यक्ष मनोज कुमार,केवीआईसी के पूर्वी जोन के सदस्य मनोज कुमार सिंह पहुँचे.जँहा सभी अतिथियों का स्वागत विभाग के द्वारा मिथिला विधिविधान से किया गया.आये अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कार्यक्रम में विभाग की ओर से दलसिंहसराय एंव समस्तीपुर जिला के 155 लाभार्थियों को ग्राम विकास योजना के अंतर्गत विद्युत चालित चाक,लेदर टूलकिट तथा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम(पीएमईजीपी) के तहत बिहार सहित चार राज्यो के 1514 लाभार्थियों को लगभग 50 करोड़ रुपये की मार्जिन मनी सब्सिडीका ऑनलाइन वितरण किया गया.वही दलसिंहसराय में 60 विद्युत चालित चाक और 25 लेदर टूलकिट्स का वितरण किया गया.वीडियो कॉन्फ्रेंस माध्यम से मुजफ्फरपुर के 20 कुम्हार भाइयों को विद्युत चालित चाक और 50 लेदर आर्टिजन्स को लेदर टुलकिट्स प्रदान किया गया।
इस अवसर पर गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि प्रधानमंत्री एवं गृह मंत्री के निर्देशानुसार खादी और ग्रामोद्योग आयोग द्वारा उत्पादित लगभग सभी दैनिक सामग्रियों का उपयोग पारामिलिटी फोर्स के जवानों के उपयोग हेतु किया जा रहा है.पी.एम.ई.जी.पी. योजनान्तर्गत 50 करोड़ की मार्जिन मनी लाभग्रहियों के बीच ऑनलाईन वितरण किया गया.साथ ही उन्होंने युवाओं से कहा कि खादी और ग्रामोद्योग आयोग के योजनाओं से जुडकर रोजगार देने वाले बने.उन्होंने सभी कारीगरों को उनके आगामी भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए सभी लाभार्थियों को टूल किट व चाक दिया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आयोग के अध्यक्ष मनोज कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से गांव-गांव तक रोजगार पहुंचाने के लिए खादी और ग्रामोद्योग आयोग लगातार प्रयत्नशील है.उन्हीं के नेतृत्व में पिछले वित्त वर्ष में इतिहास रचते हुए खादी और ग्रामोद्योगी उत्पादों का कारोबार 1.34 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया.उन्होंने आगे कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में केवीआईसी द्वारा ग्रामोद्योग विकास योजना के अन्तर्गत भारतीय परम्परागत उद्योगों के कामगारों को टूल्स एवं मशीनरी का वितरण किया जा रहा है. जिससे परम्परागत उद्योगों के कामगारों की आय में वृद्धि से उनके जीवन स्तर में व्यापक सुधार हो.अभी तक पूरे देश में कुम्हारों को 25,000 से अधिक विद्युत चालित चाकों का वितरण किया जा चुका है,जिससे कुम्हारों की आय में तीन से चार गुना की बढ़ोतरी हुई है.प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत के विजन पर काम कर रहे हैं उसका मंत्र है- हर हाथ को काम,काम का उचित दाम।
इसी मंत्र को अपनाते हुए ग्रामोद्योग आयोग देश के गांव-कस्बों में परंपरागत कारीगरों के उत्थान के लिए भारत सरकार की योजनाएं लागू कर रहा है.इस अवसर पर पीएमईजीपी के अंतर्गत देशभर के 1541 लाभार्थियों को स्वीकृत हुए लगभग 151 करोड़ रुपए से अधिक के ऋण परजारी 50 करोड़ रुपए की मार्जिन मनी सब्सिडी पूर्वी जोन,जिनके अंतर्गत बिहार,झारखंड,पश्चिम बंगाल, ओडिशा और अंडमान निकोबार आते हैं,इन राज्यो में 11 हजार 220 नये रोजगार का सृजन हुआ है.उन्होंने बताया कि योजना में जिसमें छोटे उद्योगों की स्थापना के लिए 50 लाख तक की परियोजना लागत पर अधिकतम 35% तक का अनुदान भारत सरकार द्वारा दिया जा रहा है.
मौके पर पूर्व विधायक शील राय, बीजेपी जिलाध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा,नगर अध्यक्ष मनीष वर्णवाल,अनिल सिंह, शम्भू प्रसाद साह सहित लाभार्थी व बीजेपी कार्यकर्ता के साथ साथ के.वी.आई. सी के अधिकारी और कर्मचारीगण मौजूद थे.