Saturday, October 19, 2024
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स्वच्छता की हो पूरी तैयारी,अन्यथा माहवारी बन जाएगी बड़ी बीमारी

पटना।भभुआ- बरसात के समय कई तरह के संक्रमण का खतरा बना रहता है. मौसम में अत्यधिक नमी के कारण त्वचा संबंधी रोग एक आम समस्या होती है. ऐसे में किशोरियों और महिलाओं को अधिक सतर्क रहने की जरुरत है. इस मौसम में माहवारी के दौरान स्वच्छता को नजरंदाज करना कई परेशानियों का सबब बन सकता है. नमी के कारण जननांगों में भी अधिक पसीना आता है और ऐसे में माहवारी के दौरान स्वच्छता का ध्यान रखना अहम् हो जाता है. वैसे माहवारी स्वच्छता का पालन करना हमेशा हितकर है लेकिन बरसात के मौसम में इसकी महत्ता और बढ़ जाती है.

 

माहवारी में साफ-सफाई का विशेष ख्याल करेगा प्रजनन एवं यौन संक्रमण से बचाव :
चिकित्सकों के अनुसार महिलाओं के जीवन में मासिक धर्म का होना स्वास्थ्य से जुड़ी सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है जो किशोरावस्था से शुरू होती है। इस दौरान शरीर की स्वच्छता और जननांग की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी जाती है| साफ़ सफाई के अभाव में कई प्रकार के संक्रमण और बीमारियों जैसे सरवाइकल कैंसर, हेपटाइटिस-B संक्रमण, यूरिनरी ट्रेक्ट इन्फ़ैकशन आदि का खतरा बना रहता है एवं संक्रमण से बच्चेदानी के नली और अंदरूनी भाग छतिग्रस्त हो सकता है जिससे किशोरियों के लिए भविष्य में माँ बनने का सौभाग्य भी छीन सकता है।

 

समुचित पोषण से माहवारी के समय होगा रक्तअल्पता से बचाव:
किशोरियों में मासिक धर्म शुरू होने से उनके शरीर में जो खून की कमी होती है, उसे पूरा करने के लिए उचित खान – पान बेहद जरूरी है। भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियाँ, मौसमी फल, भुने चने , दाल ,गुड़ आदि शामिल करें जिससे शरीर में आयरन की कमी को पूरा किया जा सके , पोषण की कमी से किशोरियों में , वजन और लंबाई की कमी, अनिमिया , कमजोरी ,चिड़चिड़ापन और दूसरी बीमारियाँ हो सकती हैं जो उनको भविष्य के सुखद मातृत्व को बाधित कर सकती हैं और शिशु तथा मातृ मृत्यु दर को बढाती हैं।
इन सावधानियों को अपनाकर मिल सकती है संक्रमण से सुरक्षा:
• कपड़ों से बने पैड को भी हर 4 से 6 घंटे में बदलना है जरूरी,
• साफ और नरम सूती कपड़े से घर में बने पैड का करें इस्तेमाल,
• पैड के इस्तेमाल से पूर्व और बाद में हाथों की अच्छी तरह साबुन और पानी से सफाई,
• एक बार इस्तेमाल के बाद कपड़े को अच्छी तरह अलकोहलयुक्त साबुन और पानी से धो कर धूप में सुखा कर जीवाणुमुक्त करना है जरूरी,
• पैड बदलते समय और नहाते समय जननांगों की अच्छी तरह साफ-सफाई है जरूरी,
• जननांगों की सफाई केमिकल युक्त साधनो से ना करके, सामान्य साबुन और पानी से स्वच्छ करना है जरूरी

Kunal Gupta
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