Patna Zoo; 50 साल का हुआ,’गार्डेन्स’ से संजय गांधी बायो लॉजिकल पार्क तक की जानिए पूरी कहानी,केक काट कर मनाया जन्मदिन
Patna Zoo; जू आज अपना गोल्डेन जुबिली मना रहा है।इसे बने हुए 50 साल हो गए।इसको लेकर पटना जू में कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है। पूर्व राज्यपाल नित्यानंद कानूनगो ने 1969 में पटना जू को मात्र 34 एकड़ में वनस्पति उद्यान के रूप में बनाया था और अब यह 153 एकड़ में फैला हुआ है। वहीं वर्ष 1980 में पटना जू का नाम संजय गांधी बायोलॉजिकल पार्क रखा गया था। वहीं इससे पहले पटना जू का तीन बार नाम बदला जा चुका है।
क्यों पड़ा नाम संजय गांधी बायोलॉजिकल पार्क
23 जून 1980 में विमान हादसे में संजय गांधी की मौत हो गई थी। उस वक्त संजय गांधी की मां इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री थीं। बिहार में उस वक्त कांग्रेस की ही सरकार थी और जगन्नाथ मिश्र मुख्यमंत्री थे। जब संजय गांधी की मौत हुई तब जगन्नाथ मिश्र की सरकार ने वर्ष 1980 में जैविक उद्यान से बदलकर संजय गांधी बायोलॉजिकल पार्क रखा था।
तीन बार बदल जा चुका है पटना जू का नाम
पटना जू का नाम तीन बार बदला जा चुका है। बिहार के तत्कालीन राज्यपाल नित्यानंद कानूनगो ने 1969 में 34 एकड़ जमीन में वनस्पति उद्यान के रूप में बनवाया था। उस वक्त इसका नाम ‘गार्डेन्स’ रखा गया था। 1972 में वन विभाग ने नाम बदलकर ‘जैविक उद्यान’ कर दिया गया। इसके बाद इस पार्क को 1973 में चिड़ियाघर के रूप में जनता के लिए खोला गया था। वर्ष 1980 में संजय गांधी की मृत्यु के बाद फिर से तीसरी बार इसका नाम बदलकर ‘संजय गांधी जैविक उद्यान’ कर दिया गया।
सबसे पहले मात्र 34 एकड़ भूमि में पटना जू को बनाया गया था। 1972 में राजस्व विभाग की 58.20 एकड़ भूमि और वन विभाग को हस्तांतरित लोक निर्माण विभाग की 60.75 एकड़ भूमि को मौजूदा जैविक उद्यान में जोड़ा गया। इस प्रकार, जैविक उद्यान का वर्तमान क्षेत्रफल लगभग 153 एकड़ है। लोक निर्माण विभाग एवं राजस्व विभाग से प्राप्त भूमि को राज्य सरकार ने संरक्षित वन के रूप में अधिसूचित किया था। इसके बाद राज्य सरकार ने बिहार आवश्यक सेवा अनुरक्षण अधिनियम के तहत पार्क/चिड़ियाघर सेवा को ‘आवश्यक सेवा’ घोषित किया।
पटना जू में 110 प्रजातियों के जानवर
वर्तमान में पटना के चिड़ियाघर में 110 विभिन्न प्रजातियों के 1,100 से अधिक जानवर, पक्षी और सरीसृप हैं। इनमें बाघ, तेंदुआ, बादल वाले तेंदुए, दरियाई घोड़ा, मगरमच्छ, हाथी, हिमालयी काले भालू, सियार, काले हिरन, चित्तीदार हिरण, मोर, पहाड़ी मैना, घड़ियाल, अजगर, गैंडा, चिंपांज़ी, जिराफ़, ज़ेबरा, एमू और सफ़ेद मोर समेत अन्य जानवर शामिल हैं।..वही 50 साल पूरे होने पर तेज प्रताप यादव एंव जू के कर्मियों ने केक काट कर जन्मदिन मनाया ।