जननी सुरक्षा योजना के तहत जिले में प्रतिवर्ष 24 हजार से अधिक गर्भवती महिलाएं हो रही है लाभान्वित
सासाराम/ 21 जून। मातृ शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है जिससे गर्भवती महिलाएं सीधे तौर पर लाभान्वित हो रही है। उन्ही योजनाओं में से एक है जननी सुरक्षा योजना। गर्भावस्था के दौरान होने वाली दिक्कतों और बीमारियों से देश में प्रतिवर्ष 50,000 से अधिक महिलाओं की मृत्यु हो जाती है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं और नावजातों की स्थिति में सुधार लाने के लिए केंद्र सरकार ने इस योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत गर्भवती महिला की प्रसव होने पर सीधे उनके बैंक अकाउंट में सहायता राशि प्रदान किया जाता है। जननी सुरक्षा योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत एक सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम है। इसका मुख्य उद्देश्य गरीब गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य एवं सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देना है। इस योजना के तहत सरकार गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इस योजना से रोहतास जिले की हजारों गर्भवती महिलाएं प्रति वर्ष लाभान्वित हो रही है।
प्रत्येक वर्ष 23 हज़ार से 24 हज़ार महिलाएं लाभान्वित हो रही है
जननी सुरक्षा योजना से रोहतास रोहतास जिले के भी गर्भवती महिलाओं को प्रसव के बाद सीधे लाभ मिल रहा है। जिला स्वाथ्य समिति से मिली जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल 2021 से लेकर 31 मार्च 2022 तक सरकारी अस्पतालों में 27954 महिलाओं का सुरक्षित प्रसव करवाया गया। इसी फाइनेंशियल वर्ष के तहत 23 हज़ार 443 महिलाओं को जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभ पहुँचाया गया। वही 1 अप्रैल 2022 से लेकर 31 मई 2023 तक जिले के सरकारी अस्पतालों में 33058 महिलाओं का प्रसव करवाया गया तथा इस फाइनेंसियल वर्ष में कुल 22585 महिलाओ को जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभ पहुँचाया गया। इस तरह से रोहतास जिले में जननी बाल सुरक्षा योजना के तहत प्रत्येक वर्ष 23 हज़ार से 24 हजार महिलाएं इस योजना से लाभान्वित हो रही है।
जननी सुरक्षा योजना और इसका उद्देश्य
जननी सुरक्षा योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) एक सुरक्षित मातृत्व कार्यक्रम है। इसका उद्देश्य गरीब गर्भवती महिलाओं को संस्थागत एवं सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देना है। केंद्र द्वारा संचालित इस योजना से गर्भवती महिलाओं को प्रसव के बाद आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को प्रसव के बाद 1400 रुपए तथा शहरी क्षेत्र के महिलाओं के लिए प्रसव के बाद 1000 की आर्थिक मदद पहुंचाई जाती है जो सीधे लाभार्थी के खाते में जाता है। जननी सुरक्षा योजना के उद्देश्य गर्भावस्था के समय मां एवं नवजात शिशु मृत्यु दर कम करना है। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के तहत अलग से 5000 की राशि प्रदान की जाती है। इस तरह से सरकारी अस्पताल में प्रसव के बाद धात्री महिला को 6400 प्रदान किए जाते हैं।
सभी को मिल रहा है लाभ
सिविल सर्जन डॉक्टर के एन तिवारी ने बताया कि सरकारी अस्पतालों में सरकार की जो भी योजना चल रही है उसका शत प्रतिशत लाभ लाभान्वितो को पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं लगातार बेहतर हो रही है और इसका बेहतर परिणाम भी देखने को मिल रहा है। जिले के सभी प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्र में बेहतर प्रसव सुविधा मुहैया कराया जा रहा है जिसका परिणाम है कि सरकारी अस्पतालों में प्रसव का आंकड़ा प्रत्येक वर्ष बढ़ता जा रहा है।