गर्मी एवं लू से पीड़ित व्यक्ति को उपलब्ध होगी समुचित चिकित्सीय देखभाल,उपचार के लिए रहेगा डेडिकेटेड वार्ड
बिहारशरीफ- भीषण गर्मी एवं लू के प्रकोप से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है. अत्यधिक गर्मी एवं इससे उत्पन्न लू से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना कर सकता है. स्वास्थ्य विभाग स्थिति को ध्यान में रखते हुए अपने स्तर से सभी तैयारी करने में जुटा है. ऐसे मौसम में छोटे तथा स्कूली बच्चों, बुजुर्ग एवं गर्भवती तथा धात्री महिलाओं को घर से बाहर निकलने पर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ होती हैं. इसे ध्यान में रखते हुए जिले के सभी सरकारी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों को पूरी तरह से तैयार रहने का निर्देश दिया गया है. इस बाबत सचिव सह कार्यपालक निदेशक, राज्य स्वास्थ्य समिति, बिहार संजय कुमार सिंह ने जिले के चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के निदेशक/ अधीक्षक तथा सिविल सर्जन को पत्र जारी कर आवश्यक निर्देश दिए हैं.
गर्मी एवं लू से पीड़ित लोगों के उपचार के लिए रहेगा डेडिकेटेड वार्ड:
जारी पत्र में बताया गया है कि गर्मी एवं लू से पीड़ित लोगों के चिकित्सीय प्रबंधन के लिए समुचित संख्या में बेड के साथ डेडिकेटेड वार्ड बनाया जाये. उक्त वार्ड में रोस्टर के अनुसार 24 घंटे चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल कर्मियों की प्रतिनियुक्ति सुनिश्चित की जाए. लू से पीड़ित व्यक्तियों का हार्ट रेट, श्वशन रेट, रक्तचाप, मानसिक स्थिति आदि की लगातार निगरानी की जाये. लू से ग्रसित गंभीर मरीजों का ब्लड काउंट, इलेक्ट्रोलाइट, ईसीजी, लीवर, किडनी आदि की जांच करने की समुचित व्यवस्था की जाये.
औषधियों की उपलब्धता की जाएगी सुनिश्चित:
जारी पत्र के अनुसार सभी सरकारी अस्पतालों में दस्त एवं अतिसार से संबंधित सभी जरुरी दवाओं, ओ आर एस आदि की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाये. साथ ही सभी एम्बुलेंस में एसी की क्रियाशीलता, ऑक्सीजन एवं आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था की समीक्षा सिविल सर्जन के स्तर पर सभी एम्बुलेंस को 24 घंटा अलर्ट मोड में रखा जाए.
मरीजों के साथ उनके परिजनों का भी रखा जायेगा ख्याल:
जारी पत्र के अनुसार सभी स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों एवं उनके परिजनों के लिए बैठने की समुचित व्यवस्था, रौशनी का प्रबंध, पंखा/कूलर, शुद्ध पेयजल तथा अन्य जन-सुविधाओं की व्यवस्था निश्चित रूप से की जाये. गर्मी एवं लू को ध्यान में रखते हुए अस्पतालों के सामान्य वार्ड में एसी/कूलर, पंखा आदि को क्रियाशील अवस्था में रखना सुनिश्चित किया जाये. जिला प्रशासन के स्तर पर निर्धारित हीट वेव एक्शन प्लान के तहत भी सनस्ट्रोक से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग के जिलास्तरीय पदाधिकारियों/कर्मियों को आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया जाये.
जन जागरूकता के लिए होगा प्रचार-प्रसार:
जारी पत्र के अनुसार लू से बचाव के उपाय की जानकारी जनमानस को उपलब्ध कराने के लिए जिलास्तरीय आपदा प्रबंधन शाखा समंवय कर प्रचार-प्रसार कराया जाये. साथ ही “क्या करें, क्या न करें” को जिला स्तर पर पग्रुकता कार्यक्रम आयोजित कर इसे जनमानस के बीच प्रचारित किया जाए.