समस्तीपुर पुलिस ने वाहन लुटेरा गिरोह के चार सदस्यों को दबोचा:यात्री के वेश में आते थे और सुनसान रास्ते में करते थे लूट
समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर यात्री के वेश में वाहन लुटेरे पहुंच रहे हैं। इस गिरोह में लड़की और बच्चा भी शामिल है। ऐसे गिरोह को देखकर लोग गिरोह को परिवार समझ लेते हैं। पुलिस ने इस मामले में गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। वहीं सात अप्रैल को समस्तीपुर स्टेशन से ले गए स्कार्पियों को भी बरामद किया गया है। गिरफ्तार बदमाशों की पहचान विभूतिपुर थाने के बेलसंडी गांव के मो. रहमत के अलावा दलसिंहसराय थाने के रामपुर जलालपुर गांव के मनीष कुमार दास, अमन कुमार उर्फ मिठ्ठू व पंकज कुमार दास के रूप में की गई है।
अल्टो कार भी बरामद
इन बदमाशों के पास से एक अल्टो कार भी बरामद गई है। बताया जा रहा है कि गिरोह के सदस्य अच्छा वाहन देख पहले किराये के रूप में लेते थे, तय राहों पर घटना को अंजाम देते थे। एसपी विनय तिवारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए बदमाशों पूछताछ के दौरान यह बात सामने आयी है। ये लोग योजना अनुसार किसी ट्रेन से उतरते थे। ताकि वाहन चालकों को लगे कि सभी यात्री हैं। जिसके बाद स्टैंड में भाड़ा को लेकर खूब मोलजोल करते। लगेज रखते जो फालतु चीजों से भरा होता था, जिससे वाहन चालकों को लगता था कि सभी यात्री हैं। जांच में यह भी बात सामने आयी है कि कभी- कभी बदमाश लोगों को चकमा देने के लिए महिला और बच्चाें को भी साथ में रखते जिससे वाहन संचालक बदमाश को परिवार समझ लेते। जिससे वह आसानी से भाड़ा पर चलने को तैयार हो जाते। फिर बदमाश पूर्व से तय रास्ते पर घटना को अंजाम देते। रास्ते में अपने अन्य साथी को साथ भी कर लेते थे।
शराब कारोबारी को बेचता था चार चक्का वाहन
एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान यह बात सामने आयी है कि वाहन लूटने के बाद बदमाश वाहनों को शराब कारोबारी को देते थे। ताकी वाहन पकड़ने जाने के बाद शराब का लिंक नहीं मिल सके। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार बदमाश एक वर्ष स्कार्पियों के अलावा कई पिकअप भी लूट कर शराब कारोबारी को दे चुके हैं। चुकी हाल के दिनों में शराब के साथ पकड़े गए वाहन अधिकतर लूटा व चोरी गया मिला है।समस्तीपुर स्टेशन से पिछले कुछ सालों में आधा दर्जन से अधिक वाहन चालक अपराधियों के शिकार हो चुके हैं। जिनका आजतक अतापता नहीं चला। न ही वाहन मिल पाया।