PM Kisan Yojana:जल्द आ सकती है 14वीं किस्त,अब तक नहीं किया है यह काम तो खाते में नहीं आएंगे पैसे
PM Kisan Yojana:Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana 14th installment Update मोतिहारी: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (Pradhan Mantri Kisan Samman Nidhi Yojana) की 13वीं किस्त का पैसा 27 फरवरी किसानों के खाते में पहुंच गया। अब 14वीं किस्त को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। पूर्वी चंपारण में एक लाख चार हजार 724 ऐसे किसान है, जिन्होंने अब तक ई-केवाईसी नहीं कराई है। ऐसे किसान 14वीं किस्त से वंचित हो सकते हैं।
पूर्वी चंपारण में चार लाख 90 हजार 262 किसानों को 13वीं किस्त का लाभ मिला था। अब 14वीं किस्त भी इतने ही किसानों को जारी होने का अनुमान है। बता दें कि कृषि विभाग के बार-बार आग्रह करने के बाद भी किसान ई-केवाईसी कराने में रुचि नहीं ले रहे हैं। इसको लेकर कृषि विभाग द्वारा जनवरी व फरवरी माह में अभियान भी चलाया गया, लेकिन उसका भी खास असर नहीं हुआ।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत दो हजार रुपये की दर से तीन किस्तों में किसानों के बैंक खाता में प्रतिवर्ष छह हजार रुपये उपलब्ध कराए जाते हैं। अब तक किसानों को 13 किस्तों की राशि मिल चुकी है। जल्द ही पीएम किसान की 14वीं किस्त आने वाली है। ऐसे में ई-केवाईसी नहीं कराने वाले किसानों के खाते में पीएम किसान सम्मान निधि की राशि नहीं आएगी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में ई-केवाईसी कराने मे अधिक परेशानी नहीं है। किसान घर बैठे भी कर सकते हैं।
स्मार्टफोन से किसान खुद कर सकते हैं ई-केवाइसी
किसान घर बैठे स्मार्ट फोन से भी पीएम किसान निधि के लिए अनिवार्य ई-केवाईसी कर सकते हैं। इसके लिए जरूरी है है किसान का निबंधित मोबाइल नंबर आधार कार्ड से लिंक्ड हो। ऐसा होना इसलिए जरूरी है क्योंकि रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ही ओटीपी आएगी, जिससे ई-केवाइसी प्रक्रिया पूरी होगी। ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश किसानों के पास स्मार्टफोन नहीं है।
किसान सीएससी से भी करा सकते हैं ई-केवाईसी
स्मार्टफोन नहीं रखने वाले किसान कॉमन सर्विस सेंटर पर पीएम किसान के लाभार्थी किसान की बॉयोमीट्रिक तरीके से ई-केवाइसी की जा रही है। किसान आधार कार्ड और निबंधित मोबाइल नंबर की जरूरत कॉमन सर्विस सेंटर पर भी पड़ती है। इसके लिए कॉमन सर्विस सेंटर पर किसान 17 रुपये का भुगतान कर ई-केवाईसी करा सकते हैं। इनके अलावा सीएससी संचालक 10 से लेकर 20 रुपये तक सर्विस चार्ज लेते हैं। इस तरह किसान सीएससी पर 37 से 40 रुपये का भुगतान कर ई-केवाईसी करा सकते हैं।
फर्जीवाड़ा कर रहे किसान
जिले के लगभग एक लाख पांच हजार किसानों का अबतक ई-केवाईसी नहीं हो सका है। योजना के लाभ के लिए किसान के नाम से जमीन के कागजात जरूरी है। विभाग द्वारा लगातार किसानों को ई-केवाइसी के लिए जागरूक किया जा रहा है, लेकिन विभाग को शिकायत मिल रही है कि कई किसान गलत तरीके से फर्जीवाड़ा कर प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ पा रहे हैं। सरकार ने फर्जीवाड़ा को रोकने के लिए ई- केवाइसी कराना अनिवार्य किया है।