Monday, November 18, 2024
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धूम धाम से मनाया गया श्री सीता राम विवाह उत्सव,जानिए क्या है धनुष यज्ञ की कथा

श्री सीता राम विवाह उत्सव।लखीसराय।एस के गाँधी।नगर के पचना रोड स्थित बचपन प्ले स्कूल के प्रांगण में आयोजित श्री राम कथा के सांतवे दिन मंगलवार को श्री सीता राम विवाह महोत्सव बहुत ही मनमोहक कथा का रसास्वादन कथा वाचक डा. मनोहर मिश्र महाराज ने श्रोताओं को करवाया।मौके पर श्री सीता राम विवाह की मनमोहक मिथिला का विवाह गीत भी प्रस्तुत किया गया ।

 

डॉ. मनोहर मिश्र ने श्री राम कथा के अंतर्गत धनुष यज्ञ की कथा भी विस्तार पूर्वक सुनाते हुए कहा कि जब भगवान श्री राम के हाथों से धनुष टूटा तो किसी ने धनुष से पूछा की सीता राम के विवाह में सभी खुश हैं ।
परन्तु तुम तो बहुत दुःखी होगे क्योंकि तुम्हें भगवान श्री राम ने तोड़‌कर धरती पर डाल दिए हैं । तो उस टूटे हुए धनुष ने कहा कि मैं सबसे ज्यादा खुश हूँ क्योंकि हम जब तक जुड़े थे तब तक दुसरे को तोड़ने का काम करते थे।आज हम टूटकर भी सीता और राम को जोड़ने का काम कर रहे हैं । मेरे टूटने के कारण ही सीता जी और श्री रामचन्द्र जी जुड़कर एक हो जाएंगे ।फिर मेरा सौभाग्य तो देखो हम टूटकर भी भगवान श्री राम के चरणों में पड़े हुए हैं।

 

वहीं धनुष यज्ञ के बाद डा. मिश्र ने अयोध्या से मिथिला के लिए महाराज दशरथ का सभी बारातियों के साथ प्रस्थान से लेकर मिथिला पहुंचने तक की कथा का भी बहुत ही रोचक एवं सरस अंदाज मे वर्णन किया ।
डा. मिश्र ने बताया कि गुरु देव वशिष्ठ जी और शतानन्द जी जैसे अनेक ऋषि मुनी के सानिध्य में विधि विधान के साथ वेद मंत्रों का उच्चारण करते हुए श्री सीता राम जी का विवाह सम्पन्न करवाया गया।
डॉ. मिश्र ने बताया की सीता राम जी का विवाह का मतलब भक्ति और भगवान का मिलन क्योंकि सीता जी भक्ति हैं और राम जी भगवान हैं। और वशिष्ठ जी और शतानन्द जी गुरु हैं ।

मतलब भक्ति और भगवान का जब भी मिलन होता है तो गुरु के माध्यम से ही होता है।इस लिए प्रत्येक मनुष्य का परम कर्तव्य है कि गुरुदेव भगवान के चरणों में बैठकर भक्ति का ज्ञान प्राप्त करे और गुरुदेव के बताये हुए भक्ति के मार्ग पर चल कर इसी जीवन में इसी शरीर से भगवान को प्राप्त करें।
तभी चौरासी लाख योनियों में भटकने से छुटकारा होगा।यही मानव जीवन को प्राप्त करने का परम लाभ है।मौके पर श्री राम जानकी ठाकुर वाडी से गाजे बाजे के साथ बारात भी निकाली गई ।

 

जो कथा मंच पर पहुंची जहां डॉ.मनोहर मिश्र महाराज ने वेद मंत्रों के साथ विधिवत श्री सीताराम जी का विवाह संपन्न करवाए।इस अवसर पर आयोजन समिति के अभिमन्यू कुमार, रामदेव पाण्डेय, कन्हैया मंडल, सुदिन कुमार, राजकुमार, अरूण कुमार, कन्हैया कुमार सहित भारी संख्या में धर्म प्रेमी श्रद्धालु गण एवं श्रोता बंधु मौजूद थे।

Kunal Gupta
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