BPSC एग्जाम में बड़े बदलाव, क्या अभ्यर्थियों को सच में कोई फायदा होगा?
BPSC यानी बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन की 68वीं संयुक्त प्री परीक्षा 12 फरवरी, रविवार को आयोजित की गई. BPSC ने अपने इतिहास में पहली बार निगेटिव मार्किंग के तहत पीटी की परीक्षा कराई. 68वीं परीक्षा के लिए कुल 324 पदों पर भर्ती होनी है. लेकिन इस बीच BPSC के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने 69वीं परीक्षा को लेकर कुछ बदलावों का ऐलान किया है.
अब अभ्यर्थियों को BPSC की अलग-अलग परीक्षा नहीं देनी होगी. आयोग अब कई मिलती-जुलती परीक्षाओं के लिए कंबाइंड पीटी परीक्षा लेगा. इसके लिए मेरिट लिस्ट अलग-अलग जारी होगी. रिजल्ट भी अलग-अलग आएगा. 69वीं BPSC की प्री परीक्षा 30 सितंबर, 2023 को आयोजित कराई जाएगी. परीक्षा के लिए आयोग ने क्या-क्या बदलाव किए हैं, क्रम से समझते हैं.
प्री की परीक्षा एक होगी, मेंस अलग-अलग
आयोग के चेयरमैन अतुल प्रसाद ने मीडिया को ये जानकारी दी. BPSC में अब एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस, स्टेट टैक्स असिस्टेंट कमिश्नर, बिहार एजुकेशन सर्विस, रेवेन्यू ऑफिसर की परीक्षा के साथ ही चाइल्ड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर (CDPO), असिसटेंट प्रॉजीक्यूशन ऑफिसर (APO) जैसे पदों की परीक्षा आयोजित कराई जाएगी. इन सभी पदों के लिए पहले अलग-अलग प्री परीक्षा आयोजित होती थी. अब अभ्यर्थियों को CDPO और APO जैसे पदों के लिए एक ही परीक्षा देनी होगी.
इन सब के अलावा आयोग ने 69वीं BPSC परीक्षा से कुछ और बदलाव करने की बात कही है. इस पदों के लिए मेंस परीक्षा अलग-अलग होगी. आयोग ने ये भी कहा कि सरकार से बातचीत करने के बाद मेंस परीक्षा को भी कॉमन किया जा सकता है.
निबंध का पेपर भी होगा
इन सब के अलावा अब मेंस परीक्षा में 100 नंबर का ऑप्शनल पेपर 3 घंटे के बजाए 2 घंटे का होगा. लल्लनटॉप से बात करते हुए अभ्यर्थी देव ने बताया,
“पहले ऑप्शनल पेपर के नंबर फाइनल मेरिट लिस्ट में जोड़े जाते थे. अब इसे क्वालिफाइंग कर दिया गया है. अब ये पेपर 300 नंबर की बजाए 100 नंबर को होगा. और वैकल्पिक होगा.”
मेंस परीक्षा में निबंध के पेपर को भी जोड़ा गया है. ये पेपर 300 अंकों का होगा. आयोग ने परीक्षा के केंद्र चुनने में भी कुछ बदलाव किए हैं. संयुक्त परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों के पास सेंटर चुनने का विकल्प होगा. इसमें वो अपने गृह जिले को नहीं चुन सकेंगे. यही नहीं, महिलाओं व दिव्यांगों को नजदीकी परीक्षा सेंटर दिया जाएगा.
E-ऑप्शन हटाने की मांग
परीक्षा में E-ऑप्शन को लेकर अभ्यर्थियों की मांग थी कि उसको हटाया जाए. लल्लनटॉप से बात करते हुए अभ्यर्थी अखिलेश ने बताया,
“इसकी मांग सारे अभ्यर्थी पहले से ही कर रहे थे. अब जब परीक्षा में निगेटिव मार्किंग कर दी गई है तो E-ऑप्शन को रखने का कोई मतलब ही नहीं है.”
आयोग ने कहा कि इसके बारे में सभी अभ्यर्थियों से राय ली जाएगी. उसके बाद ही आयोग इसपर कोई निर्णय लेगा. 69वीं प्रीलिम्स परीक्षा से इसे लागू किया जा सकता है.
इधर, BPSC ने 68वीं प्री परीक्षा से निगेटिव मार्किंग की शुरुआत कर दी है. अब गलत उत्तर के लिए 0.25 नंबर की निगेटिव मार्किंग होगी. यानी एक प्रश्न गलत करने पर आगे की परीक्षा में भी इसे लागू किया जाएगा.