भाई-बहन ने एक साथ निकाला PCS का एग्जाम, नहीं ली कोई कोचिंग,ऐसे की तैयारी
उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (UPPSC) ने पीसीएस 2021 (PSC 2021) परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया है. आयोग ने कुल 29 सर्विस के 678 पदों के लिए हुई परीक्षा में कुल 627 कैंडिडेट्स को सफल घोषित किया है. और प्रयागराज के भाई और बहन ने पूरे जिले में मारा है टॉप. ऑल ओवर रैंक में विवेक ने फोड़ी है 8वीं रैंक, संध्या ने मारी है 12वीं रैंक.
बिना किसी कोचिंग के की तैयारी
दोनों भाई बहन प्रयागराज के ग्रामीण इलाके मेजा के तेंदुआ कलां गांव के रहने वाले हैं. दोनों का डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयन हुआ है. विवेक कुमार ने तीसरे प्रयास में ये सफलता हासिल की है. वहीं विवेक की बहन संध्या सिंह ने पहले प्रयास में ही सफलता हासिल की है. खास बात ये है कि गांव के रहने वाले भाई-बहन ने बिना किसी कोचिंग की मदद के ये एग्जाम क्वालीफाई किया है. दोनों ने बताया है कि सेल्फ स्टडी का सहारा लिया था.
आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक विवेक और संध्या के माता-पिता गांव में ही रहते हैं और एक प्राइवेट स्कूल चलाते हैं. अपने बच्चों की दोहरी सफलता पर पिता कृष्ण कुमार सिंह ने आज तक से बात करते हुए बताया,
“मैंने अपने बच्चों के डिप्टी कलेक्टर बनने का जो सपना देखा था वो आज पूरा हो गया है.”
वहीं मां प्रतिमा सिंह ने बताया,
“मेरी तीन बेटियां और एक बेटा है. मैंने कभी भी बेटी और बेटे में कोई भी फर्क नहीं किया और उन्हें हमेशा पढ़ाई के लिए मोटिवेट किया. इसी के चलते आज बच्चों ने जिले और क्षेत्र में नाम रौशन किया है.”
“मेरी स्ट्रैटजी बहुत ठीक थी. नोट्स और किताबों को कई बार पढ़ते थे. माता-पिता ने बचपन से ही अच्छी पढ़ाई की सुविधा दी थी. डिप्टी कलेक्टर बनने के बाद मेरा लक्ष्य होगा कि सरकारी योजनाओं को सही ढंग से लागू किया जाए. खासतौर पर बालिकाओं की शिक्षा के लिए काम करना चाहूंगी.”
वहीं संध्या के भाई विवेक कुमार सिंह ने PCS 2021 परीक्षा में 8वीं रैंक हासिल की है. विवेक ने आज तक को बताया,
“मेरी सफलता का श्रेय माता-पिता, बहनों और मेरे मामा को जाता है. हम दोनों एक दूसरे के मोटिवेटर और गुरु थे. मेरी जिंदगी का आधा समय गांव में ही गुजरा है इसलिए डिप्टी कलेक्टर के पद पर चयनित होने के बाद मैं सरकारी योजनाओं गांवों में ठीक तरह से लागू करने के लिए काम करूंगा.”
दोनों एक-दूसरे को पढ़ाते थे
PCS 2021 में चयनित विवेक और उनकी बहन संध्या ने नैनी के माधव केंद्र स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की थी. 12वीं के बाद से ही दोनों ने डिप्टी कलेक्टर बनने की ठान ली थी और तैयारी शुरू कर दी थी. भाई-बहन का कहना है कि दोनों एक दूसरे की पढ़ाई में मदद करते थे. जब भी उन्हें मोटिवेशन की जरूरत होती थी दोनों एक-दूसरे का सहारा भी बनते थे. विवेक और संध्या ने बताया कि उन्हें पूरी उम्मीद थी कि वो UPPSC PCS परीक्षा में जरूर सफलता हासिल करेंगे. दोनों ने कहा कि जो भी इस परीक्षा की तैयारी करता है वो एकाग्र होकर तैयारी करें तो परीक्षा में सफलता जरूर मिलेगी.