Sunday, November 24, 2024
Indian RailwaysSamastipur

कर्पूरीग्राम-भगवानपुर रेल परियोजना की जगी उम्मीद, जल्द शुरू हो सकता है काम

मिथिलांचल के लोगों को राजधानी पटना की दूरी कम करने को प्रस्तावित कर्पूरीग्राम-भगवानपु र वाया ताजपुर रेल परियोजना की पुन: आस जग गई है। पूर्व मध्य रेलवे के प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड ने खारिज कर दिया है। इससे योजना पर पुन: कार्य शुरू होने की उम्मीद जग गई है। सर्वे कार्य पूरा होने के बाद रेलवे मुख्यालय ने इस योजना को व्यावसायिक दृष्टिकोण से अर्थक्षम बताते हुए प्रस्ताव को खारिज करने की अनुशंसा रेलवे बोर्ड से की थी। जोन की इस अनुशंसा को रेलवे बोर्ड ने खारिज कर दिया है।

पूर्व मध्य रेलवे के सीपीआरओ विरेंद्र कुमार ने बताया कि यह योजना अभी मरी नहीं है। योजना जीवित है। बता दें कि इस नई रेलवे लाइन के बनने से मिथिलांचल समस्तीपुर के अलावा दरभंगा, मधुबनी आदि जिलों के लोगों को पटना पहुंचने के लिए कम से कम 100 किलोमीटर की दूरी की बचत होगी। कर्पूरीग्राम भगवानपुर वाया ताजपुर लाइन का सर्वे कार्य 2020-21 में कराया गया था।

सर्वे रिपोर्ट में इस योजना पर कुल 1692 करोड़ रुपए से अधिक खर्च होने का अनुमान था। राशि समय व महंगाई के साथ बढ़ सकती थी। योजना में सिविल इंजीनियर, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, सिगनल व टेलकॉम, रेलखंड के विद्युतीकरण व मेकेनिकल इंजीनियर कुल मिला कर राशि खर्च करने को लेकर एस्टीमेट बनाया गया था।

48.630 किमी का होगा रेल खंड, छह स्टेशन का होगा निर्माण
48.630 किलोमीटर की इस नई रेल लाइन के आरईसीटी सर्वे रिपोर्ट 2021 में इलाइट नामक कंपनी रेलवे मंत्रालय को सौंपी थी। कर्पूरीग्राम से भगवानपुर के बीच छह क्राॅसिंग स्टेशन के अलावा एक रेलवे हॉल्ट का निर्माण की योजना बनी थी। सात बड़े पुलों के अलावा 51 सब-वे के अलावा ताजपुर राष्ट्रीय उच्च पथ 28 पर आरओबी का निर्माण किया जाना था। कर्पूरीग्राम, ताजपुर, सुलतानपुर हरिहर, मुकंदपुर, महुआ जलालपुर व भगवानपुर को क्रासिंग स्टेशन बनाने जबकि मुकुंदपुर व महुला जलालपुर के बीच किशुनपुर तेलौर को हॉल्ट स्टेशन बनाने का प्रस्ताव था। इस रेल खंड पर सात बड़े पुल बनाने का प्रस्ताव था।

15 सदस्यीय टीम ने एक वर्ष में पूरा किया था रेल लाइन का सर्वे कार्य इलाइट(Elite) कंसल्टेंट रुड़की की 15 सदस्यीय टीम ने करीब एक वर्ष में कर्पूरीग्राम से भगवानपुर तक सर्वे का कार्य पूरा किया था। टीम लीडर इंजीनियर विपिन वर्मा के नेतृत्व में सदस्यों ने दिन रात काम किया तब जाकर यह सर्वे का कार्य पूरा करने में एक वर्ष का समय लगा था। इस दौरान सर्वे टीम पर जनवरी 2019 में लोगों ने हमला भी बोल दिया था। इसमें कई सर्वे कर्मी घायल हो गए थे।

Kunal Gupta
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