Wednesday, October 16, 2024
Vaishali

5 बच्चे हुए अनाथ:सुबह मां-पिता जी नहीं निकले तो कमरे में गई मां नीचे पड़ी थी,पिता फंदे से लटके थे : काजल

 

समस्तीपुर।
सुबह के सात बज रहे थे। आज थोड़ी ठंड थी। इस लिए देर से जगी थी। मां- पिता जी भी नहीं जगे हुए थे। उनके कमरे में घुसी तो मां जमीन पर मरी पड़ी थी, पिता फंदे से लटक रहे थे। पास में ही खून से सना हंसुआ पड़ा हुआ था। जमीन पर खून फैला हुआ था। मेरे मुंह से जोड़ से चीख निकली। जिसके बाद दादी सुरवतिया देवी, भाई 15 वर्षीय विनीत कुमार, विनोद कुमार 11 वर्ष, गोलू सात वर्ष, अमृता 9 वर्ष दौड़ती हुई आई। यह कहना है कि लालबाबू सदा की पुत्री 13 वर्षीय काजल कुमारी का। बूढ़ी दादी और बच्चों के रोने की आवाज पर आसपास के लोगों की भीड़ भी जुट गई। कुछ देर बाद पुलिस भी वहां पहुंच गई। यह दिल दहलाने वाली घटना शाहपुर पटोरी के हलई ओपी क्षेत्र के जोड़पुरा गांव की है। 14 फरवरी की रात पति ने घर में सो रही पत्नी की हसुआ से गला रेत कर हत्या करने के बाद खुद भी फंदे से लटक कर जान दे दी। मृतक दंपती लालबाबू सदा व सामलो देवी थी।

70 साल की मां बाेली- पोती की रोने की आवाज पर घर में गई
मृतक की मां सुरवतिया देवी ( 70 वर्ष) बताती है कि बेटा पतोहू को जगने में लेट होने पर पशुचारा को काटकर भैंस को दे रही थी। इसी दौरान पोती की रोने की आवाज पर घर में गई तो देखा कि दोनों मरे पड़े हैं। सुरवतिया का कहना है कि मानसिक रूप से बीमार रहने के कारण उसके बेटे ने ऐसा किया है। बहू को भी मार डाला व खुद भी फंदे से लटक गया।

खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकता है : ओपी अध्यक्ष
ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने खून से सने हंसुआ के अलावा दुपट्‌टा को जब्त कर लिया। ओपी अध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि मामले की खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकता है। वहीं पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई। घटना को लेकर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है।

पिछले तीन वर्षों से पिता मानसिक रूप से बीमार थे, इलाज चल रहा था
रोती हुई करीना बताती है कि उनके पिता लालबाबू मानसिक रूप से बीमार थे उनका तीन-चार सालों से उपचार चल रहा था। बीमारी की वजह से बराबर पूरे परिवार के लोगों के साथ मारपीट व गाली-गलौज किया करते थे। मंगलवार की रात खाना खाने के बाद दादी के साथ छोटी बहन अमृता एवं भाई गोलू के साथ दूसरे रूम में सोए हुए थे। मां-पिता जी दूसरे कमरे में अकेले सोए हुए थे। रात में कब कैसे क्या हुआ कुछ पता नहीं चल सका। जब लोगों की भीड़ जुटी तो लोगों ने मम्मी के शव को बरामदे पर रखा, जबकि पापा को ओढ़नी खोल कर नीचे उतार दिया।

Kunal Gupta
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