Sunday, November 24, 2024
Vaishali

समस्तीपुर में भगवानपुर-देसुआ स्टेशन के बीच चला TWR वर्क:रेलवे लाइन को क्रेक से बचाने की तैयारी

 

समस्तीपुर।
सर्दी के मौसम में रेलवे लाइन को क्रेक हाेने से बचाने के लिए रेलवे मंडल प्रशासन ने शुक्रवार को समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड के समस्तीपुर- भगवानपुर देसूआ स्टेशन के बीच जितवारपुर रेलवे गुमटी 50 D के पास टीडब्लूआर वर्क शुरू किया, जिसके तहत रेलवे लाइन के पुराने जॉइंट को काटकर उसे दूबारा जॉइंट किया जा रहा है। ताकि कड़ाके की ठंड में रेलवे लाइन के क्रेक होने की संभावना को खत्म किया जा सके। इस कार्य के लिए सुबह 9.45 से दोपहर 12.30 बजे तक ब्लॉक लिया गया था।

क्रेकनेस की संभावना लगभग खत्म

हालांकि इस दौरान कोई सवारी और एक्सप्रेस ट्रेन नहीं थी। कुछ मालगाड़ी को स्टेशन पर रोका गया। समस्तीपुर मंडल रेलवे प्रशासन के इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारियों का कहना है कि टीडब्लूआर वर्क से रेलवे ट्रैक की मजबूती और बढ़ जाती है। कड़ाके की ठंड में होने वाली क्रेकनेस की संभावना लगभग खत्म हो जाती है। यह यात्रियों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए बेहद जरूरी है।

क्या कहते हैं डीआरएम

वहीं डीआरएम आलोक अग्रवाल ने बताया कि सुरक्षा , संरक्षा के साथ ही रेलवे ट्रैक की मजबूती अौर स्मूथ ट्रेन परिचालन के लिए धीरे-धीरे पूरे मंडल के पुराने रेलवे लाइन पर जॉइंट का काम फ्लैश बट मशीन से किया जा रहा है। जिससे बैंडिंग पता नहीं चलता है। 13-13 मीटर के पुराने लाइन पर फ्लैश बट मशीन से काराय जा रहा न्यू बैंडिंग डीआरएम ने बताया कि पटरी पर बिछाई गई रेलवे लाइन पुराने वाली की लंबाई 13-13 मीटर की होती है, जिसे बैंडिंग के जरिये जोड़ा जाता है। पुराने रेलवे लाइन को फ्लैश बट मशीन से न्यू बैंडिंग किया जा रहा है। जिससे बैडिंग नई हो जाती है। जिससे पता नहीं चलता कि यहां पर रेलवे लाइन को जोड़ा गया है। उन्होंने बताया कि पुरानी बैंडिंग एक समय के बाद आपस में जॉइंट के हट जाते हैँ। ऐसे में रेलवे लाइन क्रेक हो जाती है। क्रेकनेस को कम करने के लिए पुराने वेल्डिंग के स्थान पर आधुनिक मशीन द्वारा उसे काटकर उस स्थान पर नया वेंडिंग कर दिया जाता है इससे रेलवे ट्रैक की मजबूती बढ़ जाती है और रेलवे ट्रैक के क्रेक होने की संभावना न के बराबर होती है।

Kunal Gupta
error: Content is protected !!