समस्तीपुर में विजिबिलिटी 20 मीटर होने से राहगीर परेशान, न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री
समस्तीपुर.
समस्तीपुर जिले में रविवार सुबह मौसम साफ होने के बाद अचानक सुबह 7:00 बजे से घना कुहासा छा गया जिसे विजिबिलिटी 20 मीटर हो गई अल्सर रोग राहगीरों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का दावा है कि अब स्थिति सामान्य हो रही है और न्यूनतम तापमान में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है रविवार को समस्तीपुर का न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया था जबकि अधिकतम तापमान 23.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
मौसम वैज्ञानिक का तो गुलाब सिंह ने बताया कि गत तीन दिनों में जहां न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री बढ़ा है वहीं अधिकतम तापमान में भी 2.7 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके बावजूद शाम होते ही कनकनी का एहसास शुरू हो जाता है। यह कनकनी रात से लेकर सुबह में सूर्य उदय होने तक बरकरार रह रहा है। अभी दो-तीन दिनों तक शाम से लेकर सुबह तक कनकनी बरकरार रह सकती है।
वहीं उसके बाद अधिकतम व न्यूनतम तापमान में और अधिक वृद्धि होने के बाद ही ठंड व कनकनी से राहत मिल सकेगी। इस बीच मौसम विभाग की ओर से शनिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 डिग्री अधिक रहते हुए 8.3 डिग्री रिकार्ड किया गया। जबकि अधिकतम तापमान सामान्य से 1.7 डिग्री अधिक रहते हुए 23.7 डिग्री रहा। बताया गया कि इस दौरान 3.3 किमी की रफ्तार से पछिया हवा चली। जिससे कनकनी बनी रही।
किसानों के लिए जारी किया गया सुझाव
मक्का की फसल में सिंचाई कर करें नेत्रजन का छिड़काव वैज्ञानिकों ने मक्का की फसल में आवश्यकतानुसार सिंचाई करने व उसके बाद नेत्रजन का छिड़काव की सलाह दी है। वहीं पिछात गेहूं में खरपतवार नियंत्रण करने, बसंतकालीन ईख की रोपाई करने, अगात आलू की खुदाई करने, सरसों फसल की लाही से निगरानी करने, पिछात फूलगोभी, पत्तागाभी, गाजर, मूली, मटर, बैगन, टमाटर व मिर्च की फसल में सफाई कर सिंचाई करने व गरमा सब्जी भिंडी, कद्दू, कदिमा, करेला, खीरा व नेनुआ की बुआई के लिए खेत तैयार करने की सलाह दी गई है। मवेशी का ख्याल रखें।