पटना में अब नहीं दिखेंगे आवारा कुत्ता, जानिए नगर निगम को ऐसा क्यों बनना पड़ा प्लान
पटना: शहर के विभिन्न इलाकों में आवारा कुत्तों की बढ़ती हुई संख्या को रोकने के लिए पटना नगर निगम (Patna Municipal Corporation) द्वारा कार्रवाई शुरू की गई है. पटना नगर निगम द्वारा शहर में आवारा कुत्तों (Stray Dog) को पकड़ने के लिए विशेष टीम की तैनाती की गई है. एजेंसी के माध्यम से पटना नगर निगम द्वारा यह कार्य किया जा रहा है. आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए दो विशेष वाहन भी होगें. इसके साथ ही रामाचक बैरिया में कुत्तों के लिए अस्पताल की जगह चयनित की गई है जहां अस्पताल (Animal Hospital) का निर्माण किया जाएगा.
कुत्ता पकड़ने को मिला टारगेट
पटना नगर निगम द्वारा एजेंसी को वर्क ऑर्डर दिया जा चुका है. कुत्तों को पकड़ने के बाद नसबंदी, टीकाकरण और उनकी संख्या नियंत्रित करने के लिए अन्य जरूरी उपाय किए जाएंगे. एजेंसी के पास प्रशिक्षित चिकित्सक होंगे जिनके नियंत्रण में सारी कार्रवाई होगी. एजेंसी को प्रतिदिन 30 कुत्तों को पकड़ने का टारगेट दिया गया है. एजेंसी द्वारा सभी वार्डों का भ्रमण कर कुत्तों को पकड़ने का कार्य किया जाएगा. इसकी रिपोर्ट भी मुख्यालय एवं नगर आयुक्त को देना अनिवार्य है.
नगर निगम का आमजनों से अपील
पटना नगर निगम द्वारा आमजनों से अपील की गई. पटना नगर निगम के अपील में कहा गया कि अगर किसी भी इलाके में पागल और चोटिल कुत्तों की समस्या है तो इसकी शिकायत 155304 पर कर सकते हैं. टीम द्वारा स्थल पर जाकर इस समस्या को ससमय दूर किया जाएगा. वहीं, बता दें कि पटना नगर निगम द्वारा शहर को स्वच्छ एवं सुंदर बनाए रखने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है. गली और मोहल्ले का सौदर्यीकरण किया जा रहा है. दूसरी तरफ बाजार एवं मुख्य सड़कों के दुकानदारों एवं स्ट्रीट वेंडर को भी इसमें शामिल किया जा रहा है. पटना नगर निगम की टीम द्वारा दुकानदारों को भी अपना कचरा इधर उधर नहीं फेंकने के लिए प्रेरित किया जाता रहा है.