समस्तीपुर;धरमपुर में खुला 10 एमटी क्षमता वाला प्लास्टिक रिसाइक्लिंग प्लांट
समस्तीपुर.
शहर के धरमपुर स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में शनिवार को राज्य का पहला 10 एमटी क्षमता वाली प्लास्टिक प्रोसेसिंग व रिसाइक्लिंग यूनिट की शुरुआत की गई। इसकी विधिवत शुरुआत निगम की नवनिर्वाचित मेयर अनिता राम ने डिप्टी मेयर रामबालक पासवान, विधायक अख्तरूल इस्लाम शाहीन, एमएलसी डॉ. तरुण कुमार, डीएम योगेन्द्र सिंह व सीईई के सीपीओ अरविन्द कुमार के साथ मिलकर किया। इस अवसर पर सभी ने यूनिट में प्लास्टिक को अलग करने से लेकर उसके बुरादा बनने तक की प्रक्रिया देखी। उसके बाद मेयर ने कहा कि जिला को कचरामुक्त बनाने में यह राज्यस्तरीय यूनिट वरदान साबित होगा। उन्होंने सभी वार्ड पार्षद से सफाई में सहयोग करते हुए शहर को कचरा मुक्त करते हुए सुंदर बनाने में सहयोग की बात कही। वहीं विधायक व एमएलसी ने शहर की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने की बात कही। इस अवसर पर डीडीसी अखिलेश कुमार सिंह, नगर आयुक्त विभूति रंजन चौधरी, उपायुक्त शाहीद रजा खान, पार्षद रामाश्रय सहनी, अर्चना देवी, सुजय कुमार गुड्डू सहित कई पार्षद, सभी बीडीओ, सीओ एचडीएफसी की क्लस्टर मैनेजर त्रिप्ती व अन्य लोग मौजूद थे।
गांव से कचरा का नामोनिशान मिटाने का लें संकल्प : डीएम
वहीं डीएम ने हर ग्रामीण को गांव से कचरा का नामोनिशान मिटाने का संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि गांव से लेकर शहर तक खुले में कचरा फेंका जाता है। उसे जलाया या गाड़ा जाता है। यह हजारों सालों तक रहता है। इसलिए रिसाइक्लिंग ही सबसे बेहतर उपाय है। उन्होंने बताया कि 150 से अधिक गांव में घर-घर डस्टबिन देकर डीपीयू में कचरा जमा किया जा रहा है। उन्होंने बीडीओ को प्लास्टिक कचरे को यूनिट में भेजने की बात कही।
चार प्रकार के मशीन से शुरू की गई प्लास्टिक प्रोसेसिंग
यूनिट में चार प्रकार की मशीन से प्लास्टिक प्रोसेसिंग शुरू की गई है। सीईई के सीपीओ अरविन्द कुमार ने बताया कि कन्वेयर बेल्ट पर कचरा को अलग करने, फटका मशीन में डस्ट निकालने, बेलर में सभी कचरा को कंप्रेस करने व श्रेडर में बुरादा बनाया जाता है। वहीं हमारे सीतामढ़ी प्लांट में अभी इसकी रिसाइक्लिंग की जाएगी।
60 पंचायतों में निर्माणाधीन 22 में निर्माण कार्य पूरा
बताया गया कि जिला के सभी 346 पंचायतों में वेस्ट प्रोसेस यूनिट डब्लूपीयू का निर्माण कराया जाएगा। इसमें 60 पंचायतों में इसका निर्माण जारी है। जबकि 22 पंचायतों में इसका निर्माण पूरा करा लिया गया है। जबकि 57 पंचायतों में एनओसी की प्रक्रिया जारी है। इस दौरान डीएम ने सभी बीडीओ को अपने यहां से प्लास्टिक भेजने का आह्वान कर घोषणा करते हुए कहा कि प्रत्येक माह ऐसे बीडीअो को सम्मानित किया जाएगा जो सबसे ज्यादा प्लास्टिक कूड़ा इस यूनिट में भेजेंगे। बताया गया कि इस यूनिट की क्षमता एक शिफ्ट में 10 एमटी है। जबकि अधिक प्लास्टिक आने पर इसकी क्षमता शिफ्ट बढ़ाने से 20 एमटी तक जा सकती है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में प्लास्टिक कचरे की आवश्यकता होगी।