Success story:स्कूल जाने के लिए पिता ने खरीद दी थी साइकिल, आज बेटी उड़ाने लगी Aeroplane
Success story:मुजफ्फरपुर. बचपन में जब अंशिका को उसके पिता ने स्कूल जाने के लिए साइकिल खरीदकर दी थी, तो उस वक्त वह भी नहीं जानते थे कि बेटी जब बड़ी होगी, तो बाइक-कार की कौन पूछे हवाई जहाज उड़ाएगी. जी हां! आज हम बात कर रहे हैं मुजफ्फरपुर के मुशहरी प्रखंड के रोहुआ गांव की रहनेवाली अंशिका की. महज 18 साल की अंशिका ट्रेनी पायलट बन गई है. उसे जब उसके पिता अजय सिंह ने आसमान में हवाई जहाज उड़ाते देखा तो उन्हें महसूस हुआ कि उनकी बेटी को पंख लग गए हैं. अंशिका की सफलता पर अब उन्हें लोग बधाई देने लगे हैं. सोशल मीडिया पर लोग अंशिका की फोटो शेयर कर उसे बधाई तो दे ही रहे हैं, साथ ही उसकी इस कामयाबी से लोग प्रेरित भी हो रहे हैं.
पिता अजय सिंह कहते हैं कि उनकी बेटी अंशिका अपने शुरुआती दिनों से ही पढ़ने में अच्छी थी. उसे एनडीए पास कर देश सेवा में जाना था. लेकिन जब एनडीए में सफलता नहीं मिली, तो अंशिका ने कमर्शियल पायलट की तैयारी शुरू कर दी. दिल्ली में थ्योरी की पढ़ाई के बाद अंशिका का चयन ओडिशा के गति इंस्टीट्यूट में हुआ. अंशिका ने मंगलवार को ओडिशा में ही अपनी ट्रेनिंग के दौरान पहली उड़ान भरी. अंशिका के उड़ान भरने की खबर जंगल की आग की तरह मुजफ्फरपुर में फैल गई. लोगों ने बिटिया के प्लेन उड़ाने पर उन्हें खूब बधाई दी.
अंशिका के पिता अजय सिंह बताते हैं कि वे एक मध्यवर्गीय परिवार से हैं. बेटी को प्लेन उड़ाते देखना गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि कि अगर कमर्शियल पायलट की जगह अंशिका भारतीय वायु सेना की विमान उड़ाती तो और उन्हें और खुशी होती. वे आगे बताते हैं कि अंशिका सिर्फ कमर्शियल पायलट बनकर नहीं रुकना चाहती है, आगे एनडीए में भी पायलट का अगर चयन हो तो अंशिका देश की सेवा करना चाहती है.
फिलहाल पायलट बनने की है तैयारी
अंशिका ने न्यूज 18 लोकल से फोन पर हुई बातचीत में बताया कि वह अभी ट्रेनी पायलट है. वर्ष 2024 के शुरुआत तक वह कमर्शियल पायलट बन जाएगी. फिलहाल उसका फोकस अपनी ट्रेनिंग पर है. अंशिका कहती हैं कि अभी अच्छे से ट्रेनिंग पूरी कर बस एक सफल पायलट बनने की मुहिम में लगी हुई हूं.