सूरत के रेट में साड़ी चाहिए तो यहां आइए, बिहार में इससे सस्ती साड़ी नहीं मिलेगी
नालंदा : सूरत के रेट में साड़ी चाहिए तो बिहार चले आइए, यहां कम दामों में अच्छी साड़ी में मिल जाएगी. दरअसल, सिंथेटिक मटेरियल की साड़ियों के लिए सूरत शहर मशहूर है, लेकिन नालंदा जिले में सोहसराय में साड़ी की मंडी है इसलिए इस जगह को आम बोली में मिनी सूरत कहा जाता है.इस मंडी में महिलाओं को 30 हजार तक की साड़ी बड़ी ही आसानी से मिल जाएगी. शहर में सबसे सस्ती साड़ी आपको मात्र 30 रुपये में भी मिल सकती है. इस मंडी में रोजाना करीब तीन सौ के आसपास साड़ी के मंडल बिकते है. बिहार में दूर दराज से लोग आकर साड़ी की खरीदारी करते है.
महिलाओं की पहली पसंद बन रही सोहसराय साड़ी मार्केट
बता दें कि सोहसराय साड़ी मार्केट में हर तरह की साड़ी उपलब्ध है. यह मार्केट सूरत की साड़ी मार्केट के नाम से प्रसिद्ध है. सुबह से लेकर देर रात तक दूर दराज से लोग साड़ी की खरीदारी के लिए पहुंचते है. इस मंडी में करीब 30 हजार से लेकर 30 रुपये तक की साड़ी आसानी से मिल जाएगी. इस मार्केट में बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश, बंगाल, झारखंड और ओडिशा तक से व्यापारी यहां साड़ियां खरीदने आते हैं. ऑर्डर मिलने पर यहां से साड़ी इन प्रदेशों में सप्लाई भी की जाती है. साथ ही साड़ी की मंडी में 250 से 500 के आसपास दुकानें हैं, जो थोक और खुदरा मूल्यों में बिक्री करती हैं. यह मंडी सैकड़ों परिवारों का घर चलाती है. काफी संख्या में परिवार पुश्तैनी तौर पर काम कर रहे हैं. मार्केट में लोगों का कहना है कि यह मार्केट आजादी के बाद से ही लग रही है.
मार्केट में रोजाना बिकती है तीन सौ बंडल साड़ियां
बता दें कि साड़ी व्यवसायी राम दुलार प्रसाद और अशोक कुमार के अनुसार यह मार्केट आजादी के बाद की है. इस मार्केट को काफी समय हो गया है. मार्केट में पुरानी साड़ियों की भी खरीदारी की जाती है. इनमें नए टिकुली और स्टोन लगाकर, नया करके भी रीसेल किया जाता है. ऐसी साड़ी की कीमत 30 रुपये से लेकर 100 रुपये तक बेची जाती है. मार्केट में कारोबारियों का कहना है कि लगन के मौसम में 250 से 300 बंडल साड़ियां यहां रोज बिकती हैं. साथ ही नॉर्मल सीजन में सिर्फ एक दुकान से 100 से डेढ़ सौ बंडल साड़ियों की बिक्री होती है. इस मार्केट में दुकानदारों को लाखों रुपये का मुनाफा हर साल होता है.