बच्चों को पढ़ाकर एकत्रित किया पैसा:गांव में लोगों को शादी-विवाह में हुई परेशानी तो 22 लाख रु. खर्च कर बनवा दी धर्मशाला.
पटना.
धर्मशाला के शुभारंभ अवसर पर पूजा-पाठ करते ग्रामीण।
दानापुर की रहने वाली अंजू पांडेय 11 वर्षों से छोटे बच्चों को पढ़ा रही है। उनके पति एक्स आर्मीमैन सतेंद्र कुमार पांडेय हैं। जो बंगलौर की एक कंपनी में काम करते हैं। दानापुर में रहने वाली अंजू पांडेय को अपने गांव सहरसा के काराकट पंचायत स्थित अमौना में शादी-विवाह और सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए जगह को लेकर परेशानी की जानकारी मिली। इसको देखते हुए उन्होंने 11 वर्ष से बच्चों के द्वारा दिए गए पैसे और पति के रिटायरमेंट के द्वारा मिले फंड से अमौना में 22 लाख रुपए धर्मशाला का निर्माण करवाया है। इसके साथ ही पास के स्थित पोखरे का जीर्णोद्धार करवाया है। इससे अमौना पंचायत के 16 हजार लोगों के साथ प्रखंड में रहने वाले 45 हजार से अधिक लोगों को फायदा मिला है।
बच्चों के दिए पैसे को घर में नहीं किया खर्च
अंजू पांडेय का कहना है कि वह बच्चों के द्वारा दिए गए पैसे को कभी भी घर के कार्यों में खर्च नहीं किया है। छोटे बच्चों को वह शौक के लिए पढ़ाती थी। ऐसे में उनके द्वारा दिए गए पैसे को सार्वजनिक कार्यों में लगाना चाहती थी। लेकिन, 11 वर्ष के दौरान उन्हें कभी मौका नहीं मिला। जिससे उस पैसे को सही तरीके से उपयोग कर सके। इस दौरान वह अप्रैल 2022 में घर गई तो, वहां पर लोगों को परेशानी की जानकारी मिली। इसके बाद वह लोगों से बातचीत करके धर्मशाला के निर्माण लिए तैयार हो गई। वह धर्मशाला में पांच कमरे के साथ ही दो बड़ा हाल बनवाया है। जहां पर एक साथ चार छोटे कार्यक्रम हो सकते हैं।
पंचायत के पोखरे को पिकनिक स्पॉट बनाने की तैयारी
अंजू पांडेय धर्मशाला के पास स्थित मंदिर के साथ ही पोखरे का जीर्णोद्धार करवाया है। लेकिन, वह पोखरे का पिकनिक स्पॉट के रुप में विकसित करना चाह रही है। इससे सुबह-शाम बैठ सके। इसके लिए वह पोखरे के आसपास पेड़-पौधे, पोखरे के किनारे सीढिय़ां और बेंच बनाने की तैयारी कर रही है।