अब जलभराव वाले खेतों से भी मिल जाएगी लाखों की कमाई, सीधा खाते में ट्रांसफर होगा बिजली का पैसा
Solar Plant Scheme: राजस्थान, कर्नाटक और गुजरात के बाद अब बिहार भी सोलर स्टेट बनने की राह पर चल पड़ा है. इस मुहीम के बीच अब राज्य की बिजली कंपनियां किसानों की आय बढ़ाने में मदद करेंगी. इससे जलभराव वाले खेतों का सही इस्तेमाल होगा ही, किसानों को एक बेहतर आय का जरिया भी मिलेगा. राजस्थान की सौर कृषि आजीविका योजना की तरह ही अब बिहार की बिजली कंपनियां किसानों के जलभराव वाले खेतों को लीज पर लेकर उनमें फ्लोटिंग सोलर प्लांट लगाएंगी.
इससे कपंनियों को बिजली का उत्पादन मिलेगा और इससे होने वाली आमदनी का एक हिस्सा किसानों को भुगतान के तौर पर उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिया जाएगा. बिहार सरकार के निर्देशानुसार राज्य की कई बिजली कंपनियों ने इस मॉडल पर काम चालू कर दिया है.
जलभराव वाले खेतों से किसानों को आमदनी
न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के मुताबिक, जलभराव वाले खेतों में सोलर प्लांट की स्थापना वाले मॉडल पर काम करने के लिए कई कंपनियों ने रुचि दिखाई है. कई कंपनियों ने काम चालू कर दिया है, तो कुछ कंपनियां जल्द इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू करेंगी.
इस मामले में बिहार के ऊर्जा सचिव और आईएएस संजीव हंस बताते हैं कि सौर ऊर्जा का मॉडल किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित होने वाला है. ये मॉडल सुविधाजनक होने के साथ-साथ किसानों के लिए हर तरह से अनुकूल है.
इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए जलभराव वाले खेतों की जानकारी इकट्ठा करके जल्द सोलर प्लांट लगाने वाली बिजली कंपनियों को दे दी जाएगी, हालांकि इसके लिए खेतों के मालिक किसान से भी परमिशन लेनी होगी.
किसान अपनी इच्छानुसार इस स्कीम से जुड़ सकते हैं और खेती की जमीन का एक हिस्सा सोलर प्लांट के लिए दे सकते हैं. इसके बदले में किसानों को उस निश्चित जमीन से हो रही आमदनी का में से एक हिस्सा भुगतान कर दिया जाएगा.
नए साल पर होगा प्रोजेक्ट का आगाज
बिहार के जलभराव वाले खेतों से भी अब किसानों को अच्छी आमदनी होगी. इस प्रोजेक्ट को लेकर बिजली विभाग का कहना है कि ये एक बिना झंझट वाला काम है, क्योंकि सोलर प्लांट से उत्पादित बिजली सीधा पावर ग्रीड में जमा होगी.
इसके आकलन के लिए अलग से मीटर भी लगाया जाएगा और हर महीने तैयार बिजली से हो रही कमाई का एक हिस्सा किसान को दे दिया जाएगा. इस बीच किसानों को कुछ नहीं करना, क्योंकि सोलर प्लांट की देखभाल की जिम्मेदारी भी खुद बिजली कंपनी की ही रहेगी.
महंगी बिजली के बीच कमाई का जरिया
खेती-किसानी में बिजली का इस्तेमाल बढ़ रहा है. सिंचाई और कृषि यंत्रों के इस्तेमाल में अच्छी-खासी बिजली की खपत होती है. अब तकनीकों का इस्तेमाल बढ़ रहा है तो किसानों से लेकर आम जनता का भी जमकर बिजली बिल आ रहा है.
लोगों का कहना है कि बिहार में बिजली की दरें पहले से काफी महंगी हो गई है. वहीं बिजली कंपनियां भी इस बिल को और बढ़ाने के लिए मजबूर है, क्योंकि राज्य में बिजली की मांग ज्यादा है. इस समस्या के समाधान के लिए ही अब खेतों के साथ-साथ निजी आवास और सरकारी दफ्तरों की छत पर भी सोलर प्लांट लगाए जाएंगे, जिसके लिए राज्य सरकार ने एक स्कीम भी बनाई है.
इस योजना के तहत किसानों से लेकर आम जनता से आवेदन मांगे जाएंगे. इससे बिजली का उत्पादन तो बढ़ेगा ही, लोग भी घर बैठे अच्छी आय अर्जित कर सकेंगे.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसान भाई, किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.