दलसिंहसराय की खबर;अगले जनगणना में अपने मातृ भाषा में मैथिली का उल्लेख करें-डा.धनाकर ठाकुर
दलसिंहसराय,शहर के वीआईपी कॉलोनी में अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली परिषद के 92वें मैथिली कार्यकर्ता प्रशिक्षण शिविर का शुक्रवार को समापन समारोह मनाया गया.समारोह में अध्यक्षता करते हुए डॉ सत्यनारायण महतो ने कहा कि मैथिली आज सर्वजन का भाषा बन गया है,इसे जाति में बांध कर नहीं देखना चाहिए.
मुख्य प्रशिक्षक व परिषद के संस्थापक डा.धनाकर ठाकुर ने कार्यकर्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अब आप सबों पर यह महती दायित्व है कि आने वाले दिनों में राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले राष्ट्रीय जनगणना में अपने भी और जानने वाले को भी मातृभाषा के कॉलम में मैथिली भाषा का उल्लेख करें.इस अवसर पर आयोजित दिक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में मिथिला विश्वविद्यालय के सिनेटर डा.विजय कुमार झा ने कहा कि हम सबों का पुनीत कर्तव्य है कि खुद भी और अपने जानने वाले को भी मैथिली भाषा में वार्ता करने को प्रोत्साहित करें,हमें गांवों में चलकर इसका प्रचार प्रसार करना चाहिए. वही अतिथियों द्वारा डॉक्टर उमेश कांत चौधरी द्वारा रचित कहानी संग्रह पुस्तक “उलाहने” का विमोचन किया गया.
समारोह में विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक दुर्गा प्रसाद ने कहा कि हम सभी घर आंगन में जो बोलचाल की भाषा में बोलते हैं, यही मैथिली हैं.हमें बेझिझक होकर अपनी बात अपने मातृ भाषा मैथिली में रखनी चाहिए.समारोह में परिषद के संस्थापक अध्यक्ष डॉ धनाकर ठाकुर ने परिषद के अनुमंडल शाखा के लिए आगामी सत्र/2022-2025 के लिए पदाधिकारी का घोषणा किया.जिसमें संरक्षक डॉ सत्यनारायण महतो तथा नागेन्द्र नाथ चौधरी,अध्यक्ष डॉ उमेश कांत चौधरी,उपाध्यक्ष रामाधार सिंह,कोषाध्यक्ष डा.के एन सिंह,सचिव डॉ.रामसेवक प्रसाद तथा दलसिंहसराय नगर ईकाई के संरक्षक नन्द किशोर सिंह,अध्यक्ष डॉ.अरुण कुमार झा, उपाध्यक्ष ई,कामेश्वर झा तथा अन्य पदों पर योग्य व्यक्ति के मनोनयन के लिए आज के पर्यवेक्षक प्रो प्रेम को अधिकृत किया गया.
शिविर में कुल दस मिथिला सेवीयों को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र मुख्य अतिथि डॉ विजय कुमार झा के हाथों सौंपा गया.जिसमें डा.उमेश कुमार चौधरी,डॉ.अरुण कुमार झा,नन्द किशोर सिंह,दिवाकर झा,रामाधार सिंह,सत्य नारायण राय,ई कामेश्वर झा,डा रामसेवक प्रसाद,रामनरेश चौधरी,मिथिलेश झा.
अंत में घर- घर मैथिली के प्रचार प्रसार एवं आगामी जनगणना में मातृभाषा मैथिली का उल्लेख हो के संकल्प के साथ समाप्त हुआ.
संचालन प्रो प्रेम तथा संयोजन डा उमेश कांत चौधरी ने किया.धन्यवाद ज्ञापन डा कृष्ण मुरारी झा ने किया.इस अवसर पर मिथिला सेवी तथा बुद्धजीवियो में डा. महेंद्र झा, नागेंद्र नाथ चौधरी,दिलीप कुमार चौधरी,डॉ गगन देव चौधरी,राम सागर महतो,भोला नाथ मधुकर, प्रो कृष्ण नन्दन सिंह, वीरेंद्र कुमार चौधरी,आदर्श काश्यप, जितेंद्र कुमार,राम लोचन चौधरी,तेज नारायण चौधरी आदि उपस्थित थे.