चिराग पासवान ने की अमित शाह से मुलाकात, बिहार की ‘नीतीश सरकार’ को बर्खास्त करने की मांग
पटना: सांसद चिराग पासवान ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलकर बिहार की नीतीश सरकार को बर्खास्त करने की मांग की है. चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) से मुलाकात करते हुए उनको एक पत्र सौंपा है. बुधवार को चिराग पासवान ने ट्वीट करते हुए इस बात की जानकारी दी है. चिराग ने मुलाकात के दौरान नीतीश कुमार की सरकार को बिहार में बर्खास्त करने की मांग करते हुए कहा है कि बिहार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट है. शासन और प्रशासन में से किसी का कंट्रोल नहीं है. इसलिए जरूरी है कि नीतीश सरकार को बर्खास्त कर दिया जाए.
बिहार में राज्यपाल से भी राष्ट्रपति शासन की मांग की थी
अमित शाह से मुलाकात की जानकारी खुद चिराग ने ट्वीट करते हुए दी है. उन्होंने लिखा कि “आज नई दिल्ली में भारत सरकार के केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री आदरणीय अमित शाह से मुलाकात में बिहार में बढ़ रहे अपराध, भू-माफियाओं की मनमानी , बालू खनन , ज़हरीली शराब से मौतें और छात्रों के भविष्य के साथ हो रहे खिलवाड़ को लेकर पत्र के माध्यम से दे रहा.’ चिराग ने कहा था कि बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए. इसके लिए वह केंद्र में जाकर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और गृह मंत्री से बात करेंगे. जहरीली शराब से इतने लोगों की मौतें हो रही हैं. सीएम उनको मुआवजा भी नहीं दे रहे. चिराग ने कहा था कि बिहार में शराबबंदी होने के बाद भी जहरीली शराब का आदान प्रदान जारी रहता है. ये कमाई का एक धंधा बन गया है. सरकार गरीबों को जेल के अंदर डाल रही. शराब माफिया बाहर खुलेआम घूम रहे और जहर के तौर पर मौत बांट रहे. वहीं
चिराग ने पत्र में क्या कुछ लिखा
चिराग ने पत्र में लिखा है कि बिहार में अपराध को लेकर लोग सहमे हुए हैं. शराब माफिया और धंधेबाजों को प्रशासनिक संरक्षण दिया जा रहा जिसके कारण हजारों लोगों को अपनी जानें गवानी पड़ रही है. इन घटनाओं से बिहार में चीख पुकार मची है, लेकिन सरकार मूकदर्शक बन कर बैठी हुई है. उन्होंने कहा कि 17 दिसंबर को बिहार के राज्यपाल फागू चौहान से भी मुलाकात की थी और बिहार की हालत से अवगत कराया था. इसी संबंध में पार्टी ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लागू होने की अनुशंसा का अनुरोध भी किया था. आगे चिराग ने बिहार की सभी घटनाओं का जिक्र करते हुए अमित शाह के सामने अपनी मांग रखी है.