समस्तीपुर:खिचड़ी खाकर बीमार पड़ीं मासूम बहनें, परिजन कभी डॉक्टर तो कभी झाड़-फूंक में उलझे,हुई मौत..
समस्तीपुर/विभूतिपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पतैलिया वार्ड 7 में शनिवार रात को तीन घंटे के अंतराल में एक ही परिवार के दो बच्चियों की मौत हो गई। गांव के अजीत साह की ढाई साल की बेटी मीठी कुमारी और रौशन साह की 3 साल की बेटी वैष्णवी कुमारी की मौत से परिवार में मातम पसर गया है। दोनों मृतक बच्चियों के पिता आपस में चचेरे भाई हैं। वहीं, इनके पड़ोस में रहने वाले किशन साह की 3 साल की बेटी काव्या कुमारी का इलाज जारी है।
बताया जा रहा है कि एक हफ्ते पहले मीठी कुमारी ठंड लगने की वजह से बीमार पड़ी थी। तब उसे स्थानीय चिकित्सक के यहां ले जाकर परिजनों ने इलाज कराया था। इसके बाद शनिवार सुबह तीनों बच्च्यिों ने अपने-अपने परिवार में खिचड़ी खाई थी, जिसके कुछ देर बाद मीठी कुमारी का शरीर बुखार के साथ नरम पड़ने लगा। परिजन स्थानीय चिकित्सक के पास इलाज कराने पहुंचे, जहां उन्हें तत्काल उपचार के बाद बच्ची को दूसरे चिकित्सक के यहां ले जाने की सलाह दी गई। लेकिन परिजन झाड़-फूंक के चक्कर में लगे रहे। इस बीच किसी ने बच्ची के लकवाग्रस्त होने की बात कहकर चकवाखर ले जाने की सलाह दी तो उसे वहां ले जाया गया।
चकवाखर से लौटने के बाद तकरीबन रात 12 बजे मीठी कुमारी की मौत को हो गई, जिसके बाद परिवार में चीख पुकार मच गई। करीब तीन घंटे बाद वैष्णवी की भी वैसी ही हालत हुई और उसकी भी मौत हो गई। वहीं, बीमार बच्ची काव्या (3) का इलाज गांव में ही ग्रामीण चिकित्सकों के देख-रेख में किया जा रहा है। रविवार को स्वजनों ने दोनों मृत बच्ची को दफना दिया है।
घटना को लेकर ग्रामीणों में दहशत
पतैलिया में दो बच्चियों की एक जैसे लक्षण से मौत के बाद गांव में दहशत का माहौल बना हुआ है। स्थानीय मुखिया राज कुमार ने घटना की पुष्टि की है। वहीं, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. अभय शंकर ठाकुर ने बताया कि दोनों बच्चियों की मौत के पीछे का कारण स्पष्ट पता नहीं चल पाया है। फूड प्वाइजनिंग या अन्य कारणों को जानने और गांव में बीमार बच्चे की जानकारी मिलने पर डॉ. संजय कुमार, एएनएम शांति कुमारी आदि समेत चिकित्सकों की एक टीम गठित कर पतैलिया गांव भेजी गई है। टीम अन्य लोगों से भी जानकारी लेगी।