स्कूल में प्रधानाध्यापक बने बंदी, बच्चों को बासमती चावल कहकर खिलाई कीड़े वाली खिचड़ी..
Headmaster became prisoner in the school..भागलपुर: आए दिन विद्यालय में मिड डे मील की गुणवत्ता में कमी आने को लेकर कई क्षेत्रों के स्कूल में अभिभावक आंदोलन करते दिखते हैं. मामला शनिवार की दोपहर भागलपुर के रजंदीपुर से सामने आया है. सबौर प्रखंड के रजंदीपुर के मध्य विद्यालय में मिड डे मील में कीड़ा मिलने पर परिजनों ने जमकर हंगामा किया. बच्चों के मुताबिक वो कई दिनों से शिकायत कर रहे थे. जब बच्चे ने प्रधानाध्यापक से बात कही तो उन्होंने इसे लंबा चावल वाला दाना कहकर बच्चों को खिला दिया.
लंबे समय से हो रही थी शिकायत
बताया जा रहा है कि पिछले चार दिनों से खाने में कीड़ा निकल रहा है. जब इसकी शिकायत प्रधानाध्यापक से किया गया तो उन्होंने इस पर कोई भी संज्ञान नहीं लिया. इतना ही नहीं जब बच्चों ने अपनी थाली में खिचड़ी में मरे पिल्लू को दिखाया तो प्रधानाध्यापक ने कहा यह चावल का लंबा दाना है और जबरन बच्चों को खिलाया गया. परिजनों ने स्कूल में जमकर हंगामा किया. परिजनों ने कहा कि यहां पर गुणवत्तापूर्ण खाना नहीं दिया जाता है. हम लोग शिकायत भी करते हैं बावजूद इस पर संज्ञान नहीं लिया जाता है. छोटे बच्चे की जान के साथ प्रधानाध्यापक खेल रहे हैं. अगर सैकड़ों बच्चों को एक साथ यह जहरीला खाना खाने से कुछ हो जाता है तो इसके जिम्मेदार कौन होंगे. इसको लेकर ग्रामीणों ने प्रधानाध्यापक को घंटों विद्यालय में ही बंदी बनाया.
प्रधानाध्यापक ने बचाव में कहा- आगे से ध्यान रखूंगा
राजेंद्र पुर मध्य विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि आगे से इस पर ध्यान रखूंगा. हम लोग साफ सफाई पर ध्यान रखते हैं, लेकिन अचानक इस तरह की घटना मेरे समझ से भी परे है. बता दें कि भागलपुर में आए दिन विद्यालय में मिड डे मील की गुणवत्ता में कमी आने को लेकर कई क्षेत्रों के स्कूल में अभिभावक आंदोलन करते दिखते हैं. कई विद्यालयों के बच्चे मिड डे मील के जहरीले खाने खाकर बीमार भी होते दिखे हैं. कुछ दिन पहले नवगछिया में सैकड़ों बच्चे विद्यालय के मिड डे मील खाने से बीमार हो गए थे. फिर भी विद्यालय प्रशासन सचेत नहीं हो रही है.