Saturday, November 23, 2024
EducationNew To India

IAS Success Story :अफसर की बेटी बनी IAS,5 साल के लंबे संघर्ष के बाद गुंजन ने UPSC में ऐसे पाई सफलता,पढ़े सफलता की कहानी..

IAS Success Story : आपको आईएएस अफसर बनने वाली गुंजन द्विवेदी की कहानी बताएंगे, जिन्होंने यूपीएससी में कई बार असफलता का सामना किया, लेकिन फिर उन्होंने अपनी कमियों को सुधारा और तीसरे प्रयास में सफलता प्राप्त कर ली।

 

story of Gunjan Dwivedi,

गुंजन ने अपनी तैयारी के लिए कुछ खास तरह की रणनीति अपनाई जिससे उन्हें यहां सफलता मिली। करीब 5 साल तक संघर्ष के बाद उन्होंने सिविल सेवा का सपना पूरा कर लिया। गुंजन की कहानी आज हम सब के लिए प्रेरणादायक बन चुकी है।

 

 

गुंजन के पिता थे आईपीएस अफसर

उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली गुंजन द्विवेदी के पिता आईपीएस अफसर थे। इसके अलावा गुंजन की बहन भी एक सिविल सर्वेंट है, इस वजह से उनका शुरू से ही सिविस सर्विस की तरफ रुझान था और इंटरमीडिएट के बाद ही उन्होंने तय कर लिया था कि वे यूपीएससी एग्जाम की तैयारी करेंगी।

Gunjan Dwivedi’s UPSC exam.

ग्रेजुएशन के बाद शुरू की तैयारी

गुंजन द्विवेदी की शुरुआती पढ़ाई लखनऊ से हुई और उन्होंने 12वीं पास करने के साथ ही सिविल सर्विस में जाने का मन बना लिया था। इसके बार साल 2014 में ग्रेजुएशन करने के बाद गुंजन ने यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू कर दी।

शुरुआती 2 प्रयासों में नहीं मिली सफलता

2 साल की तैयारी के बाद गुंजन द्विवेदी ने साल 2016 में पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी, लेकिन वह प्री परीक्षा भी पास नहीं कर पाईं और उन्होंने दोबारी एग्जाम देने का फैसला किया। हालांकि दूसरे प्रयास में भी उन्हें सफलता नहीं मिली।

 

Gunjan Dwivedi UPSC exam

5 साल के प्रयास के बाद बनीं IAS

यूपीएससी एग्जाम में लगातार दो बार बार असफल होने के बाद भी गुंजन द्विवेदी ने हौंसला बनाए रखा और दोबारा अपनी रणनीति तैयार की। इसके बाद साल 2018 के एग्जाम में गुंजन को सफलता मिली और ऑल इंडिया में 9वीं रैंक हासिल की। इसके साथ ही 5 साल के लंबे संघर्ष के बाद गुंजन आईएएस अफसर बनने में सफल रहीं।

 

UPSC exam, Gunjan Dwivedi

अन्य कैंडिडेट्स को गुंजन की सलाह

गुंजन द्विवेदी का कहना है कि यूपीएएससी एग्जाम की तैयारी के लिए सबसे पहले एनसीईआरटी की किताबों से बेस मजबूत करना चाहिए और अगर शुरू से ऐसा करते हैं तो बाद में काफी फायदेमंद साबित होगा।

 

(Gunjan Dwivedi)

गुंजन कहती हैं कि अपनी तैयारी का समय-समय पर एनालिसिस करना भी काफी जरूरी होता है। इसके लिए मॉक टेस्ट देते रहें। इसके साथ ही सिलेबस कंप्लीट करने के बाद ज्यादा से ज्यादा रिवीजन करें और आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस करना ना भूलें।

error: Content is protected !!