पटना में नवजात की दुर्लभ सर्जरी, पहली बार एक दिन के बच्चे के दिल में लगाया गया स्टेंट..
पटना के महावीर वात्सल्य अस्पताल में एक दिन के नवजात शिशु के हार्ट की सफलतापूर्वक स्टेंटिंग (दूरबीन विधि से स्टेंट लगाना) की गयी है. 17 नवंबर को पटना के एक अस्पताल में जन्मे शिशु का ऑक्सीजन लेबल काफी कम था और शरीर नीला पड़ रहा था. इसके बाद उसी रात बच्चे को महावीर वात्सल्य अस्पताल में इमरजेन्सी हालात में भर्ती कराया गया.
बिहार का पहला सफल उदाहरण
भर्ती होने के अगले दिन महावीर वात्सल्य अस्पताल के पेडिएट्रिक कार्डियोलाॅजिस्ट डॉ मेजर प्रभात कुमार की टीम ने कैथलैब में बच्चे के हार्ट में स्टेंट लगाया. डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि एक दिन की उम्र और दो किलोग्राम वजन के शिशु की स्टेंटिंग का यह बिहार का पहला सफल उदाहरण है. बिहार के बाहर गुड़गांव, दिल्ली, केरल, बंगलोर आदि देश के चुनिंदा स्थानों पर गिने-चुने अस्पतालों में ही यह सुविधा उपलब्ध है.
नवजात के हृदय में स्टेंट लगाया गया
डाॅ प्रभात ने बताया कि बच्चे के हार्ट में पल्मोनरी वाल्व नहीं था. 18 नवंबर को महावीर वात्सल्य अस्पताल में इको जांच में ऐसा पता चलने के बाद नवजात के हृदय में स्टेंट लगाया गया. उस टीम में उनके साथ महावीर वात्सल्य अस्पताल के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ प्रमोद कुमार के अलावा नीतीश, चंदन, गौरव आदि टेक्नीशियन शामिल थे.
बच्चा मां का दूध भी पीने लगा
ऑपरेशन के बाद शिशु को अस्पताल के नवजात शिशु रोग के आईसीयू यानी नीकू में रखा गया. वहां महावीर वात्सल्य अस्पताल के शिशु रोग विभाग के हेड डाॅ बिनय रंजन के नेतृत्व में शिशु रोग विशेषज्ञ डाॅ अमित, डाॅ दीनानाथ, सिस्टर भानू की देखरेख में बच्चे की सघन चिकित्सा की गयी. बुधवार को बच्चे में सामान्य लक्षण पाए गए. उसका ऑक्सीजन लेबल 50-60 से बढ़कर 80-85 हो गया. इसके साथ ही बच्चा मां का दूध भी पीने लगा.
दुर्लभ सर्जरी कर नवजात शिशु का हुआ सफल इलाज
स्वस्थ होने पर गुरुवार को सात दिन के नवजात शिशु को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. महावीर मन्दिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने दुर्लभ सर्जरी कर नवजात शिशु का सफल इलाज एवं उचित देखभाल करने वाले महावीर वात्सल्य अस्पताल के डॉक्टरों की टीम को बधाई दी है.