बाल दिवस पर एसपी डा. शौर्य सुमन की अनूठी पहल, बच्चियों को सौंपा मजबूत हथियार.
पटना।
जमुई : बाल दिवस के मौके पर सोमवार को जमुई पुलिस की ओर से बालिकाओं के लिए अनूठी पहल की गई। पुलिस ने कार्यक्रम का नाम सुरक्षा संवाद दिया था। इस दौरान बेटियों के मन में उपजे सवालों का जवाब देकर उन्हें संतुष्ट करने की कोशिश की। जाम और स्ट्रीट लाइट की समस्या का त्वरित निराकरण का भरोसा बेटियों को उत्साह से लबालब कर दिया और कार्यक्रम स्थल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। मौके पर ही पुलिस अधीक्षक डा. शौर्य सुमन बच्चों को एक और हथियार थमा गए। यहां उन्होंने शहर के स्कूलों में कंप्लेंट बाक्स रखने का फैसला सुनाया और बताया कि इसमें बच्चे अपने मन की व्यथा लिखकर दे सकते हैं।
बच्चों की समस्याओं को वे कानूनी और सामाजिक बंधन के सहारे दूर करने की कोशिश करेंगे। दरअसल बाल दिवस के मौके पर जमुई पुलिस की ओर से सुरक्षा संवाद कार्यक्रम का आयोजन टी आर नारायण स्कूल परिसर में किया गया था। कार्यक्रम का उद्देश्य किशोरावस्था की बच्चियों में मल्टीमीडिया और इंटरनेट के दुष्प्रभाव के साथ-साथ अन्य अपराध से बचाना तथा अपराध करने वालों को सजा दिलाने के लिए प्रेरित करना था। इस दौरान पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट तौर पर कहा कि समाज को शिक्षित तथा अपराध करने वालों को सजा दिला कर ही किसी भी प्रकार के अपराध पर काबू पाया जा सकता है। उन्होंने बेटियों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उदाहरण का सिलसिला जिस दिन थम जाएगा, उसी दिन समाज से महिला और पुरुष का भेदभाव समाप्त हो जाएगा।
इस दौरान उन्होंने कई प्रकार के अनुभवों को भी साझा किया। साथ ही उन्होंने साइबर अपराध से बचने के लिए जागरूकता को बड़ा हथियार बताया और बच्चों को सफलता के साथ-साथ सामाजिक कुरीतियों से बचने का मंत्र भी दिया। इस मौके पर विद्यालय की निदेशक कंचन सिंह एवं प्राचार्य अनमोल कुमार ने एसपी डा शौर्य सुमन, एसडीपीओ डा राकेश कुमार, डीएसपी हेडक्वार्टर अभिषेक सिंह, डीएसपी पुलिस लाइन आशीष सिंह, थानाध्यक्ष राजीव तिवारी, पुलिस अधिकारी ज्ञान भारती सहित जिले के अन्य पुलिस पदाधिकारियों को पुष्पगुच्छ और मोमेंटो देकर सम्मानित किया। इस मौके पर सातवीं कक्षा की छात्रा चाहत मुनेरिया को नेशनल खो-खो प्रतियोगिता में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए सम्मानित भी किया गया।