समस्तीपुर में रामेश्वर जूट मिल के श्रमिकों की हड़ताल शुरू, उत्पादन ठप.
समस्तीपुर। रामेश्वर जूट मिल मुक्तापुर में एक बार फिर श्रमिकों ने हड़ताल कर दी। इस कारण मिल में उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया। श्रमिकों ने मिल प्रबंधन कार्यालय को घेरा। श्रमिकों की हड़ताल को देखते हुए कल्याणपुर थाना की पुलिस के साथ-साथ प्रशासनिक पदाधिकारी भी पहुंचे। देर शाम तक श्रमिकों के साथ वार्ता चलती रही, किंतु इसका कोई नतीजा नहीं निकल सका।
तीन सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल
बता दें कि उत्तर बिहार का एकमात्र सबसे बड़ा जूट बोरा उत्पादन करने वाला मिल रामेश्वर जूट मिल, मुक्तापुर में अवस्थित है। इस मिल में करीब 1800 श्रमिक कार्यरत हैं। गुरुवार को मिल के श्रमिकों ने अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल शुरु कर दी। श्रमिक कारखाना से बाहर आकर निदेशक कक्ष के सामने घेराव शुरू कर दिया। श्रमिकों की हड़ताल से उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया है। आक्रोशित श्रमिक मो. शमशेर आलम, सुशील कर्ण, राम पदारथ राय, सुरेंद्र राय, मनीष राय, प्रमोद राय, सुधीर साह, राजू कुमार, अरुण प्रसाद, मोहन राय, मनीष कुमार, रामबाबू सहनी आदि ने बताया कि प्रबंधन सबसे पहले मजदूर हित में श्रमिकों का इंश्योरेंस चालू करे।
पीएफ लोन देने में शिथिलता
तीस प्रतिशत वंचित मजदूरों का डीए अविलंब भुगतान करे। पीएफ लोन देने में प्रबंधन शिथिलता नहीं बरते। वैसे कुछ मजदूर नौ सूत्री मांग पर बल दे रहे थे। आक्रोशित श्रमिकों ने बताया कि इंश्योरेंस नहीं रहने के कारण ईएसआई का लाभ नहीं मिल रहा है। मिल के भीतर यदि मजदूरों के साथ हादसा होता है तो उसे देखने वाला कोई नहीं है। इंश्योरेंस ही सबसे बड़ा सहारा है। मिल के भीतर ही चिकित्सक की व्यवस्था होनी चाहिए, जो अभी नहीं है। श्रमिकों की हड़ताल और हंगामा किए जाने की सूचना पर अंचलाधिकारी कमलेश कुमार, थाना अध्यक्ष गौतम कुमार, एसआई अखिलेश समेत अन्य श्रमिकों से वार्ता करने में जुटे रहे। इन अधिकारियों को भी मजदूरों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। हालांकि अधिकारी मजदूरों के साथ वार्ता कर हल निकालने में जुटे रहे। निदेशक पीके पांडे ने घटना की सूचना दूरभाष से कोलकाता स्थित मुख्य कार्यालय को दी। मिल मालिक के निर्देश पर मजदूरों का एक शिष्टमंडल सीओ की उपस्थिति में प्रबंधन से वार्ता शुरू की लेकिन देर शाम तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया। वार्ता में प्रमुख रूप से भागीरथपुर के निवर्तमान मुखिया रामबली महतो भी शामिल रहे।