Tuesday, November 26, 2024
Samastipur

Alok Mehta बोले- बिहार में भूमिहीनों को जल्द मिलेगी जमीन, बड़े पैमाने पर होगी बहाली..

Alok Kumar Mehta,।।Bihar news: भूमि सुधार एवं राजस्व मंत्री आलोक मेहता ने शनिवार को प्रभात खबर के कार्यालय में आयोजित प्रभात संवाद कार्यक्रम में बिहार की राजनीति, रोजगार, अपराध एवं जमीनी विवाद से जुड़े मामले पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा कि बिहार में भूमि सुधार एक मूल समस्याओं में से एक है. लगभग 50-60 प्रतिशत हिंसक अपराधों की जड़ें भूमि विवादों में ही है.

Alok Kumar Mehta

बिहार के लोग होते हैं इमोशनल
भूमि सुधार मंत्री आलोक मेहता ने पत्रकारों के सावल का जवाब देते हुए कहा कि बिहार के लोग भावनात्मक होते हैं. पूर्वजों के जमीन से लोगों को खास जुड़ाव होता है. इस वजह से लोगों में ईष्या, द्वेष और टकराव की स्थिति बनती है. राज्य में भूमि विवाद संबंधी समस्याओं को कम करने के लिए नये सिरे से पहल किया जा रहा है. इसके लिए बिहार में एरियल सर्वे का काम चल रहा है. सर्वे का काम पूरा होने के बाद आधा विवाद खुद समाप्त हो जाएगा.

एक क्लिक पर मिलेगा जमीन का नक्शा
आलोक महेता ने आगे कहा कि भारत सरकार ने जमीन मापी का एक स्टेंडर्ड तय किया है. इसी आधार पर भूमि सर्वे का काम चल रहा है. 2024 तक डिजिटल एयर सर्वे का कार्य पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. नए नक्शे को सरकार की बेबसाइट और पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा. जो भी व्यक्ति अपने मकान या जमीन का नक्शा लेना चाहेगा, कंप्यूटर पर एक बटन क्लिक कर नक्शे को निकाल सकेगा.

Alok Kumar Mehta
भूदान जमीन की पहचान की जाएगी
वहीं, भूदान और सरकारी जमीनों की पहचान को लेकर मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि जिन लोगों के पास बासगीत पर्चा होने के बाद भी जमीन से बेदखल कर दिया गया है. ऐसे लोगों की पहचान की गयी है. ऐसे लोगों को फिर से जमीन पर कब्जा दिलाया जाएगा. भूदान और सरकारी जमीन की भी पहचान की जाएगी.

दाखिल-खारिज की समस्याओं को किया जाएगा दूर
आलोक महेता ने दाखिल-खारिज में आ रही समस्याओं को लेकर कहा कि जमीनी दस्तावेजों का डिजिटलाइजेशन होने से जमीन विवाद के मामलों में काफी कमी आयेगी. दाखिल-खारिज को लेकर पहले आओ-पहले पाओ सर्विस के आधार पर कार्यप्रणाली बनायी जा रही है. इस प्रणाली के तहत काम नहीं करने वाले सीओ से इसका जवाब मांगा जाएगा. उन्होंने कहा कि विभागीय कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने पर खासतौर से फोकस किया जा रहा है. रसीद कटाने जैसी कई गतिविधियां ऑनलाइन हो गयी हैं.

बेहतर सेवा- उचित व्यवहार हमारा फोकस
भूमि सुधार मंत्री ने आगे कहा कि दाखिल-खारिज समेत अन्य कई कार्यों में शिकायतों को दूर करते हुए न्याय दिलाने पर जोर दिया जायेगा. राजस्व से जुड़े मामलों की सुनवाई के लिए अधिकारियों को शिविर लगाने के निर्देश दिये गये हैं. जो भी कमियां है, उसे तत्काल दूर किया जाएगा. शिकायतकर्ताओं से अच्छा व्यवहार हो, लोगों की समस्याएं सुनी जाए, कानून पूरक कार्य हो. इसके लिए अधिकारियों को विशेष निर्देश दिये गये हैं.Alok Kumar Mehta

बड़ी संख्या में होगी बहाली
उन्होंने कहा कि एक राजस्व कर्मी पर तीन से चार पंचायतों का लोड है. इसके लिए दस हजार पदों पर बहाली चल रही है. तीन से चार माह में बहाली प्रकिया संपन्न हो जाएगी. इसके बाद सभी कर्मियों को कंप्यूटर मुहैया कराया जाएगा. जिससे डिजिटल मोड में तेजी से काम हो सके. इसके अलावे कर्मियों को अमीन का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिससे लोगों की बेहतर सुविधाएं मिलेगी.
सोर्स्:Prabhat Khabar

Kunal Gupta
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