झारखंड की बेटी की बिहार में हत्या,कोर्ट के आदेश पर 17 दिन बाद कब्र से निकाली गई लाश..
धनबाद. झारखंड में कोर्ट के आदेश के तहत 17 दिनों बाद कब्र से एक महिला का शव निकाला गया. दरसअल जिले के वासेपुर नबीनगर की रहने वाली युवती की शादी मुस्लिम रीति-रिवाज के अनुसार 2010 में बिहार के बक्सर जिला के नया भोजपुर के रहने वाले नफीस आजाद के साथ हुई थी. परिवार के लोगों का आरोप है कि शादी के बाद सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था. उसके बाद दहेज के लिए उसे प्रताड़ित किए जाने लगा साथ ही उसके पिता से जमीन लेन देन की बातें होने लगी.
दहेज की मांग पूरी नही होने पर पति द्वारा पत्नी और बच्चों को मारपीट करने लगे. 4 अक्टूबर को विवाहिता जैनब खातून की मौत होने की सूचना ससुराल वालों द्वारा वासेपुर मायके वालों को दी गई, जिसमें बताया गया कि रोड एक्सीडेंट में उनकी बेटी की मौत हो गई. आनन फानन में मायके वाले भोजपुर पहुंचे और जैनब खातून के शव को वासेपुर लेकर आ गये. जैनब के शव को यहीं दफन कर दिया था. विवाहिता के मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर दहेज उत्पीड़न का मामला बिहार राज्य के भोजपुर जिला के एक थाने में दर्ज कराया था.
पूरी घटना के बाद शमशेर नगर कब्रिस्तान से शव को निकाला गया, जिसके लिए बक्सर एसपी के निर्देशानुसार मामले की जांच के लिए पांच सदस्य टीम का गठन किया गया और शव को कब्जे में लेने के लिए टीम को धनबाद भेजा गया. टीम ने भुली ओपी प्रभारी के सहयोग से शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए एसएनएमएमसीएच भेजा गया. मृतका के शव को 17 दिन बाद कब्र से बाहर निकाला गया है अब मामले का खुलासा जांच के बाद ही हो पायेगा कि ये हत्या है या दुर्घटना.
इस पूरे मामले को लेकर मृतका के भाई नुरुल्लाह कुरैशी ने नया भोजपुर थाने में बहन की हत्या का एफआईआर दर्ज कराया था कि हमारी बहन की जहर देकर हत्या कर दी गई थी, जबकि ससुराल वाले रोड एक्सीडेंट बता रहे थे. ओपी प्रभारी नन्दू पाल ने बताया कि वासेपुर की रहने वाली विवाहिता की मौत ससुराल भोजपुर में हो गई थी. सड़क दुर्घटना मौत का कारण बताया गया था. मायके वालों ने भोजपुर थाने में दहेज उत्पीड़न का मामला दर्ज करवाया था, उसी के तहत विवाहिता के शव को कब्र से बाहर निकाला गया है. शव को एसएनएमएमसीएच पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया.