नीतीश कुमार ने DGP को दी क्लीन चिट, सुशील कुमार मोदी ने CM पर साधा निशाना, कही ये बात
Sushil Kumar Modi on CM Nitish Kumar:
पटना: बिहार के डीजीपी एसके सिंघल (SK Singhal) को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने फ्रॉड कॉल मामले में क्लीन चिट दे दी है. शुक्रवार को सीएम बिहार के डीजीपी एसके सिंघल का बचाव करते दिखे. उन्होंने कहा कि बेचारे दो महीने में रिटायर करने वाले हैं. अब किसी ने दूसरे के नाम से फोन कर दिया. इसका खुलासा भी जांच में हुआ. हम लोग देख रहे हैं. मुख्यमंत्री के इस बयान पर पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने हमला बोला है.
शुक्रवार को बयान जारी कर पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि डीजीपी का बचाव कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गया के उस पूर्व एसपी आदित्य कुमार का भी बचाव कर रहे हैं, जिस पर शराब माफिया से मिलीभगत का आरोप है. जिस डीजीपी ने बिना फैक्ट-चेक किए 30 फर्जी फोन कॉल पर बात कर आदित्य कुमार को संरक्षण दिया उसका अपराध क्या इस आधार पर क्षम्य हो जाता है कि उनके रिटायरमेंट में चंद महीने बचे हैं? अपराध से रिटायरमेंट का क्या संबंध है?
‘सीबीआई ही कर सकती है जांच’
इस मामले में आगे सवाल पूछते हुए सुशील मोदी ने कहा कि पुलिस मुख्यालय के कहने पर आदित्य कुमार के विरुद्ध दर्ज प्राथमिकी के बावजूद दोषमुक्त करने और डीजीपी कार्यालय में पदस्थापित करने तक की कार्रवाई किसके दबाव में हुई? इस पूरे प्रकरण की जांच सीबीआई ही कर सकती है. अगर सरकार शराब माफिया से जुड़े आईपीएस आदित्य कुमार और उसे बचाने वाले डीजीपी के प्रति नरम है तो क्या शराब संबंधी हल्के मामलों में बंदी बनाए गए हजारों लोगों के विरुद्ध भी मुकदमे वापस लिए जाएंगे?
‘आईपीएस को शुरू से बचा रहे थे डीजीपी’
सुशील मोदी ने कहा कि आम आदमी और आईपीएस के लिए शराबबंदी कानून लागू करने का नजरिया अलग-अलग होना चाहिए? उन्होंने कहा कि डीजीपी शुरू से ही आदित्य कुमार को बचा रहे थे. क्या यह सही नहीं कि डीजीपी ने आदित्य कुमार के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई बंद करने की भी सिफारिश की थी?