शिक्षकों ने बताया डिजिटल प्लेटफार्म लाभकारी होने के साथ ही नुकसानदेह भी..
सीतामगढ़ी। यह सही है कि इंटरनेट मीडिया पर जानकारी का अथाह सागर है। इससे अपने ज्ञान को बढ़ाते हुए अर्थहीन दखल देने से बचने की जरूरत है। डिजिटल प्लेटफार्म लाभकारी होने के साथ ही नुकसानदेह भी है। इसलिए प्रयोग के दौरान पूरी सावधानी बरती जानी जरूरी है। खासकर तो बच्चाें पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। यu बातें हेलेंस स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरा शिक्षक संतोष सिंह ने कही।
बच्चों काे भटकाने का काम कर रहा इंटरनेट मीडिया मोबाइल देने से पहले समय सीमा तय करना जरूरी है। स्वास्थ्य विपदा कोरोना काल में मोबाइल के बढ़ते चलन ने सभी को मोबाइल की लत लगा दी। बच्चे हो या बड़े सभी मोबाइल के दीवाने हो गए। कोविड-19 के बाद तो स्थिति और भी भयावह हो गई है।
लोग पूरा दिन बिताते हैं मोबाइल पर
लोग पूरा पूरा दिन मोबाइल पर गेम और आनलाइन चैटिंग में जुटे रहते हैं। कोराना काल के बाद कई स्वास्थ्य कंपनियाें के रिसर्च में यह सामने आया है कि आज के समय में हर तीसरा व्यक्ति मोबाइल एडिक्शन का शिकार हो चुका है। इसके चलते मानसिक तनाव, चिड़चिड़ापन और नींद न लगने की घटनाएं भी बढ़ती जा रही हैं।
ऐसे में यदि आप अपने बच्चों के हाथ में आनलाइन पढ़ाई के लिए मोबाइल दे रहे हैं, तो आपको पूरी सावधानी बरतने की जरूरत है। बच्चों को न देखने वाले गैजेट को लाक करना न भूलें। ऐसा न करने पर बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ने का डर रहता है।
माता-पिता करें फिक्र
दुनियाभर के 40 फीसदी माता-पिता अपने बच्चों के इंटरनेट पर समय बिताने यानी ऑनलाइन गतिविधियों के बारे में जरा भी फिक्र नहीं करते। ये अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों या इंटरनेट के इस्तेमाल पर नियंत्रण करने की जरूरत महसूस नहीं करते।