Monday, November 25, 2024
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दरभंगा एयरपोर्ट से यात्रा करने वालों के ल‍िए खास अपडेट, त्‍योहारों को लेकर चल रही यह तैयारी..

 

दरभंगा। बिहार में लोक आस्था के महापर्व छठ के अवसर पर घर पूजा के लिए आनेवाले और लौटकर काम पर जानेवालों की जान सांसत में हैं। एक तो अधिकांश ट्रेनों में नो रूम चल रहा है, ऊपर से दूसरी उम्मीद दरभंगा एयरपोर्ट से यात्रा करना भी महंगाई के कारण मुश्किल हो गया। यहां उल्लेखनीय है कि छठ पूजा अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में है। यानि सांध्यकालीन अर्घ्य 29 व उदीयमान सूर्य को 30 अक्टूबर को अर्घ्य दिया जाएगा। यूं तो लोग दीपावली के समय से ही घर आने लगते हैं, लेकिन जिनकी व्यस्तता अधिक होती है वो दरभंगा एयरपोर्ट से यात्रा करना पसंद कर रहे हैं। इस बीच छठ की समाप्ति के बाद चार व पांच नवंबर को बेंगलुरू, तीन, चार तथा पांच को मुंबई वापसी के लिए बुकिंग ही नहीं हो रही है।

दरभंगा से दिल्ली के किराए की ही बात की जाए तो 27 सितंबर से लेकर 30 सितंबर तक अधिकतम किराया 13494 बताया जा रहा है। जबकि इसी रूट में त्योहार के वक्त किराया आसमान छू रहा है। बताते हैं कि पूरे नवंबर महीने में न्यूनतम किराया दरभंगा से दिल्ली के लिए 20 हजार है। जबकि दिल्ली से दरभंगा आने के लिए भी इतनी ही राशि देनी पड़ रही है। हवाई टिकट के जानकार ट्रेवोमिंट दिल्ली के आलोक कुमार सिंह बताते हैं फ्लाइट टिकट का मूल्य सीट की उपलब्धता पर निर्भर करता है। सबसे खास यह कि जब किसी एक रूट में सीमित संख्या में फ्लाइट का संचालन होता है तो फिर समस्या पैदा होती है और सेवा प्रदाता कंपनियों के सामने खुला आप्शन होता है और बुकिंग के हिसाब से अपनी फ्लाइट की संख्या घटाते बढ़ाते हैं। साथ ही सीट के हिसाब से टिकट किराया बढ़ता चला जाता है। इसके लिए जरूरी है कि दरभंगा एयरपोर्ट पर फ्लाइट की संख्या बढ़े और दूसरी कंपनियों को भी अवसर मिले।

फ्लाइटों की संख्या का बढ़ना घटना बड़ी वजह

विशेषज्ञों की राय में फ्लाइटों की संख्या घटने के बाद किराए में वृद्धि हो जाती है। कारण यह कि सीट की संख्या घट जाती है। सितंबर महीने के आंकड़ों पर गौर करें तो एक सितंबर को दरभंगा से कुल उड़ाने आठ और यात्री संख्या 902 रहीं, दो को फ्लाइट 10, यात्री 1138, तीन को फ्लाइट 10 यात्री 1177, चार को फ्लाइट 12 यात्री 1520, पांच को फ्लाइट आठ यात्री 994, छह को फ्लाइट आठ यात्री 1011, सात को फ्लाइट नौ यात्री 973, आठ को फ्लाइट आठ यात्री 944, नौ को फ्लाइट नौ यात्री 970, दस को फ्लाइट आठ यात्री 1150, 11 को फ्लाइट आठ यात्री 1235, 12 को फ्लाइट आठ यात्री 941, 13 को फ्लाइट 10 यात्री 1129, 14 को फ्लाइट आठ यात्री 949, 15 को फ्लाइट आठ यात्री 1017, 16 को फ्लाइट 10 यात्री 1191, 17 को फ्लाइट आठ यात्री 960, 18 को फ्लाइट दस यात्री 1363, 19 को फ्लाइट आठ यात्री 938, 20 को फ्लाइट 10 यात्री 1158, 21 को फ्लाइट आठ यात्री 952, 21 को फ्लाइट आठ यात्री 952, 22 को फ्लाइट 10 यात्री 1312, 23 को यात्री संख्या आठ यात्री 1019, 24 को फ्लाइट संख्या दस यात्री संख्या 1392 व 25 सितंबर को फ्लाइट संख्या दस और यात्री संख्या 1491 रहीं। एक्सपर्ट के मुताबिक ये आंकड़ें बताते हैं कि विमान कंपनियां अपने सीट खाली नहीं रखना चाहती , इस कारण से सीटे घटती रहती हैं और किराए में वृद्धि होती रहती है।

यात्रियों की रूचि घटी

बता दें कि आठ नवंबर 2020 को उड़ान योजना के तहत शुरू हुए दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्री संख्या में इस कदर वृद्धि हुई कि तेजी से विमानों की संख्या संग यात्री संख्या बढ़ी। जब पूरे देश में इस एयरपोर्ट ने प्रसिद्धि पा ली तो किराया में हो रही वृद्धि के कारण लोगों का रूझान इस एयरपोर्ट के प्रति घटने लगी है।

Kunal Gupta
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