मुजफ्फरपुर में महिला की दोनों किडनी निकालने के मामले में सामने आई सच्चाई, पटना IGIMS का बड़ा खुलासा
पटना: मुजफ्फरपुर के एक प्राइवेट क्लिनिक में महिला की दोनों किडनी निकालने के मामले में पटना के आईजीआईएमएस (Patna IGIMS) ने बड़ा खुलासा किया है. रिपोर्ट आने के बाद शनिवार को आईजीआईएमएस के अधीक्षक अधीक्षक मनीष मंडल ने पुष्टि कर दी कि महिला की दोनों किडनी निकाली जा चुकी है. उन्होंने यह भी बताया कि जिस तरह से किडनी निकाली गई है वह कोई डॉक्टर नहीं कर सकता है. किसी सीखने वाले ने ऐसा किया है क्योंकि ट्रांसप्लांट करने के लिए जिस तरह से किडनी निकाली जाती है उस तरह से नहीं किया गया है.
आईजीआईएमएस के अधीक्षक मनीष मंडल ने बताया कि किडनी तो निकाली गई है लेकिन वह किसी दूसरे के शरीर में काम नहीं करेगा. कहा कि महिला का अभी डायलिसिस किया जा रहा है. डायलिसिस के जरिए उसे कुछ दिनों तक तो बचाया जा सकता है लेकिन ज्यादा दिन तक यह संभव नहीं है. उसे जिंदा रहने के लिए एक किडनी ट्रांसप्लांट करना जरूरी है.
क्या है पूरा मामला?
मुजफ्फरपुर के बरियारपुर ओपी स्थित बाजी कस्बे की रहने वाली महिला और अकलू राम की पत्नी सुनीता देवी (33 साल) को पेट में दर्द हुआ था. अकलू राम ने उसे सकरा बाजार स्थित शुभकांत क्लीनिक में भर्ती कराया. यह क्लिनिक रजिस्टर्ड नहीं है. यहां डॉक्टर ने कहा कि तुरंत यूट्रस का ऑपरेशन करना पड़ेगा. तीन सितंबर को पटना के किसी अस्पताल में ऑपरेशन हो गया. इसके बाद महिला को वापस मुजफ्फरपुर भेज दिया गया.
महिला जब मुजफ्फरपुर आ गई तो उसकी हालत और बिगड़ने लगी. इसके बाद परिजन दोबारा उसी क्लिनिक के डॉक्टर से जाकर मिले तो कहीं और रेफर करने का बात कही गई. ऐसे में परिजन एसकेएमसीएच ले गए लेकिन यहां से उन्हें पीएमसीएच भेज दिया गया. पटना पीएमसीएच में पांच सितंबर को पता चला कि दोनों किडनी निकाली गई है. डॉक्टरों ने बताया था कि महिला के पेट में गोला है, निकालना पड़ेगा.
अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं
इधर, इस मामले में परिजनों ने निजी नर्सिंग होम के संचालक पवन कुमार और ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों पर किडनी निकालने का आरोप लगाया. घटना के बाद प्राइवेट क्लिनिक का संचालक पवन कुमार सहित सभी डॉक्टर फरार हो गए. मामले ने जब राजनीतिक तूल पकड़ा तो सुनीता को पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में लाया गया. यहां के डॉक्टरों ने शनिवार को स्पष्ट कर दिया कि महिला की दोनों किडनी निकाल ली गई है. इस मामले मामले को लेकर बरियारपुर थाने में मामला भी दर्ज कराया गया था. हालांकि अभी तक इस में किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है.