Saturday, September 28, 2024
Patna

प्रतिभा से बढ़ा रही IAS प्रतिभा रानी भागलपुर का सम्मान,तेज तर्रार हैं 2018 बैच की महिला अधिकारी..

ललन तिवारी, भागलपुर: Women’s Equality Day- एक दौर था जब देश पुरुष प्रधान कहा जाता था, लेकिन अब समय बदल गया है। महिलाएं पुरुषों के कंधे से कंधा मिलाकर आगे ही नहीं बढ़ रही अपितु अपनी कुछ खास कर गुजरने की जनूनी प्रयास से आगे निकल रही हैं। महिलाएं अब पुरुष के समान नहीं उससे आगे निकल गई हैं यह कहना अतिश्योक्ति नहीं है। इसी कड़ी में भागलपुर जिले में एक महिला IAS अधिकारी उप विकास आयुक्त प्रतिभा रानी अपनी प्रतिभा की खुशबू बिखेर रही हैं। शालीन स्वभाव की सकारात्मक सोच की अधिकारी कुछ करने के प्रयास में लगी रहती हैं। जिसके परिणाम भी दिख रहे हैं। मनरेगा ,आवास, जलजीवनहरियाली जैसी धरातलीय योजना जिले में पहले से बेहतर दिखने लगी है।

बोल रहे आंकड़े

आंकड़े के अनुसार,  जिले में इस साल जून तक पीएमएवाई निर्माण के लिए 858 भूमिहीनों को जमीन दी गई। पिछले 10 महीनों में लगभग 18हजार घर पूरे हुए। इस वित्तीय वर्ष में जाब कार्ड सत्यापन में लगभग 54 प्रतिशत का सुधार हुआ है। एक करोड़ लंबित वेतन भुगतान को मंजूरी दी गई। जिले की राष्ट्रीय पीएम ए वाइ रैंकिंग (राज्य के भीतर) 23वें से सुधरकर 16वें स्थान पर है।पीएमएवाई में राष्ट्रीय रैंकिंग पिछले दो महीनों में 391 से 254 हो गई है। जल जीवन हरियाली जिले की रैंकिंग मार्च में 21वीं से बढ़कर जुलाई 2022 में 8वीं हो गई।

मनरेगा की रैंकिंग 31वें से सुधरकर चौथे स्थान पर आ गई है। कर्तव्य के प्रति कोई समझौता नहीं करने की संकल्प में कई कर्मियों पर गाज गिर चुकी हैं। जिले में कई आइएएस पुरुष अधिकारियों के बीच बेहतर सामंजस्य स्थापित कर सहजता से काम करती हैं।

सरस्वती निवास करने वाली घर से निकली है प्रतिभा

झारखंड के रांची का एक ऐसा परिवार, जहां सरस्वती निवास करती है। उस परिवार से ही प्रस्फुटित हुई है प्रतिभा। पिता बालमुकुंद लाल पेशे से वकील हैं। मां रीता श्रीवास्तव भी केंद्र सरकार में अधिकारी है। तीन भाई-बहनों में एक बहन सुभी रानी यूएसए में सेल्स फोर्स में कार्यरत है। प्रतिभा ने परिवार में ही शिक्षा की ज्योति जलाई। रांची के डीएवी स्कूल में स्कूली शिक्षा लिया। 2018 में यूपीएससी परीक्षा में सफलता पाकर आइएएस बनी।

बचपन से प्रतिभावान और कुछ करने की जुनून ने सफलता के इस मुकाम तक पहुंचाया। बचपन से सुना करती थी कि बेटियों को प्रशासनिक अधिकारी बनना बहुत ही कठिन है। दृढ़इच्छा शक्ति ने नारी सशक्तीकरण की मिसाल देश को प्रतिभा ने अपनी प्रतिभा से गौरवान्वित किया और आज ऐसे कर्मठ अधिकारी से भागलपुर गौरवान्वित हो रहा है।

प्रतिभा का लोहा मनवाने वाली प्रतिभा कहती हैं कि बेटियां किसी मायने में कमजोर नहीं हैं। बस उन्हें प्रतिभा निखारने का अवसर मिलना चाहिए। संस्कारित परिवार की बेटी को विरासत से ही उनमें शिक्षा की अलख जागृत हुई है और उनमें प्रतिभा तो ऊपर वाले ने ही देकर भेजी है। उन्होंने कहा कि अपनी जिम्मेदारी बेहतर ढंग से निर्वहन कर सकुं और ज्यादा से ज्यादा लोगों की सेवा भावना से काम कर सकूं यही उद्देश्य है। संयोग है कि पति आइपीएस स्वर्ण प्रभात भी इसी शहर में सिटी एसपी के पद पर कार्यरत हैं। डीडीसी प्रतिभा का ससुराल बिहार के भोजपुर में है।

Kunal Gupta
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