सावन का तीसरा सोमवार और अद्भुत संयोग,जरूर करें गणपति बप्पा की पूजा,शिवलिंग पर चढ़ाएं ये अन्न..
भागलपुर: सावन 2022 के तीसरे सोमवार पर विनायक चतुर्थी, शिव योग और रवि योग का अद्भुत संयोग बन रहा है, जिससे इस दिन का महत्व दोगुना हो गया है। महादेव के साथ उनके पुत्र गणपति की उपासना से विशेष फल मिलेगा। विनायक चतुर्थी पर गणेश जी की आराधना करने से समस्त बाधाओं का नाश हो जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित सचिन कुमार दुबे ने बताया कि सावन सोमवार पर शिव जी को शिव मुठ्ठी अर्थात पांच अनाज अर्पित करने का विधान बताया गया है। ऐसा करने से मनचाहा फल मिलता है।
शिवा मुठ्ठी में काला तिल, मूंग, अरहर दाल, जौ-गेहूं, अक्षत होता है। काला तिल- शनि देव के साथ भगवान भोलेनाथ को भी अर्पित किया जाता है। मान्यता है कि सावन सोमवार पर शिवलिंग पर एक मुठ्ठी काला तिल चढ़ाने से गृहक्लेश नहीं होता है। मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है।
अक्षत- शिव पुराण में शिव पूजा में अक्षत के महत्व का वर्णन किया है। चावल शिव जी की प्रिय वस्तुओं में से एक है। अक्षत को पूर्णता का प्रतीक माना जाता है। सावन सोमवार की पूजा में शिवलिंग पर एक मुठ्ठी चावल अर्पित करने से धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती। चावल खंडित नहीं होना चाहिए।
शिवलिंग पर गेहूं करें अर्पित – संतान सुख की प्राप्ति, विवाह की अड़चने दूर करने के लिए शिवलिंग पर एक मुठ्ठी गेहूं अर्पण करना चाहिए।
अरहर दाल- सावन के तीसरे सोमवार पर शिव जी को अरहर की दाल अर्पित करना बेहद फलदायक माना गया है। ऐसा करने से धन से जुड़ी समस्याओं का निवारण हो जाता है। इसके साथ ही समृद्धि में बढ़ोत्तरी होती है।
मूंग- हरे मूंग की दाल गणेश जी के साथ शिव को भी प्रिय है। एक मुठ्ठी मूंग अर्पित करने से महादेव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और मन इच्छा फल प्रदान करते हैं।
शिवयोग का समय
बताया गया कि शिवयोग शाम सात बजे से होगा। जबकि रवियोग सुबह से ही रहेगा।
चतुर्थी तिथि – रविवार की रात दो बजकर 11 मिनट से सोमवार को रात दो बजकर 34 मिनट तक रहेगा।