समस्तीपुर में प्रिंसिपल ने छात्रा से की छेड़खानी,. गांववालों ने किया हंगामा;स्कूल से मिली शराब की बोतलें..
समस्तीपुर।समस्तीपुर में एक स्कूल के हेडमास्टर पर मीटू (#MeToo) का आरोप लगा है। स्कूल की छात्राओं का कहना है कि वह रोज शाम को स्कूल में ही रुक जाते और लड़कियों के साथ गंदी हरकत करते हैं। विद्यालय के बाउंड्री के अंदर शराब के दर्जनों खाली बोतल भी मिली हैं। मामला उजियारपुर थाना क्षेत्र का है।
दरअसल, परवरिया के हेडमास्टर ने अपने ही स्कूल की एक छात्रा के साथ छेड़खानी की। पीड़ित छात्रा ने उनकी करतूत की शिकायत परिजनों से की। इसके बाद स्कूल में ग्रामीणों ने खूब हंगामा किया तो और कई छात्राएं भी सामने आईं और हेडमास्टर पर अश्लील हरकत करने का आरोप लगाया। इधर, इस घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को मिली। जानकारी मिलते ही स्थानीय थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच में जुट गई।
मिली शराब की बोतलें।
स्कूल कैंपस से मिली शराब की बोतलें
सूचना के बाद BDO भृगुनाथ सिंह और प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी नागेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के सहयोग से लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। हंगामा के दौरान विद्यालय के कार्यालय के खिड़की के पास से बाउंड्री के अंदर शराब के दर्जनों खाली बोतल भी लोगों ने बरामद किया। इसे एक बोरी में रखकर उजियारपुर पुलिस को सौंप दिया।
लोगों को समझाती पुलिस।
लोगों का आरोप- स्कूल खत्म होने के बाद प्रिंसिपल मनाते हैं रंगरलिया
स्थानीय लोगों ने विद्यालय के प्रधानाध्यापक पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे अक्सर विद्यालय में छुट्टी होने के बाद भी देर शाम तक रहते हैं। वहीं, इस संबंध में आरोपी हेडमास्टर जितेंद्र रजक ने बताया कि कुछ लोगों ने गुटबंदी कर उनके चरित्र को बदनाम करने की साजिश की है। हम पर लगाए गए आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को विद्यालय में पानी की व्यवस्था के लिए मिस्त्री से पाइप कनेक्शन करवा रहे थे। इसी कारण देर शाम तक ठहरना पड़ा था।
वहीं BDO भृगुनाथ सिंह ने बताया कि प्रधानाध्यापक पहले भी शराब पीने के मामले में जेल जा चुका है। शिक्षा पदाधिकारी को हम प्रधानाध्यापक के खिलाफ वरीय अधिकारी को लिखने एवं उसे सस्पेंड करने की बात कह चुके हैं।
इधर, थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि विद्यालय परिसर में हंगामा की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंचकर लोगों को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। प्रधानाध्यापक पर छेड़खानी के आरोप लगाने के मामले में किसी ने थाना में आवेदन नहीं दिया है। आवेदन मिलने के बाद मामले में जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।